Mumbai: मुंबई और आस-पास के इलाके में बिगड़ती वायु गुणवत्ता से बढ़ी सेहत को लेकर चिंता

Mumbai: मुंबई और उसके आस-पास के इलाके तेजी से बिगड़ती हवा की गुणवत्ता से जूझ रहे हैं, इसका असर शहर में बड़ी तादाद में लोगों पर दिख रहा है। कई इलाकों में एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर खतरनाक रूप से ऊंचा दर्ज किया गया है, जिससे लोग अपनी सेहत पर लंबे वक्त तक पड़ने वाले असर को लेकर परेशान हैं।

डॉक्टरों का कहना है कि प्रदूषण बढ़ने से सांस लेने से जुड़ी दिक्कतें लगातार बढ़ रही हैं। इतना ही नहीं लोगों को सूखी खासी और जुकाम से उबरने में भी ज्यादा वक्त लग रहा है। हालांकि लोगों को जल्द ही राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने शुक्रवार से उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने का अनुमान लगाया है, जिनसे प्रदूषक दूर चले जाने की उम्मीद है।

इस बीच, बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने पिछले हफ्ते चेतावनी दी थी कि अगर किसी इलाके में एक्यूआई कम करने के उपायों के बाद भी लगातार 200 से ऊपर रहा, तो औद्योगिक इकाइयों और निर्माण गतिविधियों को बंद किया जा सकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि जब तक हालात में सुधार नहीं होता, तब तक वे उस वक्त घरों से बाहर न निकलें जब प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा होता है। उन्होंने लोगों को सुरक्षित रहने के लिए मास्क पहनने और घर के अंदर स्वच्छ हवा बनाए रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. गौतम भंसाली ने कहा कि “हमने ट्रेंड देखा है कि जिन मरीजों को बुखार या कोई और बीमारी नहीं थी, वे सूखी खांसी और जुकाम से परेशान हैं। पिछले हफ्ते इस तरह के मामले बढ़े हैं। इसके अलावा, जिन मरीजों को बुखार, खांसी और वायरल इंफेक्शन है, उन्हें ठीक होने में अब ज्यादा समय लग रहा है। इलाज तीन से चार हफ्ते तक बढ़ रहा है। यह लंबा रिकवरी टाइम उन इम्यूनोसप्रेसिव मरीजों के लिए खास तौर पर चिंता की बात है जो खराब एयर क्वालिटी के संपर्क में आते हैं।”

इसके साथ ही मौसम विभाग के अधिकारी बिक्रम सिंह ने बताया कि “जब प्रदूषक दूर नहीं होंगे या ऊपर नहीं उठेंगे तो यह वायु गुणवत्ता को बिगाड़ देंगे या आप कह सकते हैं कि एक्यूआई बढ़ जाएगा। वर्तमान में यह मुंबई में भी 100 से 200 के बीच है, लेकिन आने वाले दिनों में 28 नवंबर से आप देखेंगे कि उत्तर-पश्चिमी या उत्तरी हवा की रफ्तार, विशेष रूप से मैं कहूं तो यह मजबूत होने वाली है। फिर ये प्रदूषक कम हो जाएंगे और वायु गुणवत्ता बेहतर हो जाएगी। तो 28 नवंबर से कुछ दिनों तक सुधार देखने को मिलेगा।”

 

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