Lucknow: स्वदेशी उद्योगों और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश का उत्सव लखनऊ में आयोजित खादी महोत्सव-2025, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत को नई ऊर्जा दे रहा है। गोमतीनगर स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में लगा यह महोत्सव परंपरा, नवाचार और स्वदेशी उद्योगों का अनूठा संगम है, जहां 160+ उद्यमियों ने खादी व ग्रामोद्योग उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है।
खादी, जिसे महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा कहा, आज प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में स्वदेशी व आत्मनिर्भर भारत की मजबूत शक्ति बन चुकी है। 18 मंडलों की प्रदर्शनियों ने ग्रामीण उत्पादों को बड़ा बाजार दिया है। पिछले वर्ष 20 प्रदर्शनियों में 2000 इकाइयों की भागीदारी और 44.38 करोड़ की बिक्री दर्ज हुई।
बोर्ड वर्तमान में 3.9 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दे रहा है, जो पिछले वर्ष से 21 फीसदी अधिक है। 2025 में 66,640 युवाओं को टूलकिट देकर स्वरोजगार से जोड़ना सरकार की युवा सशक्तिकरण नीति की बड़ी उपलब्धि है।
खादी महोत्सव-2025 ग्रामीण कारीगरों को मंच देकर स्वदेशी उद्योगों को गति दे रहा है और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “इस सोलर चरखा को चलाने वाले बुनकर या उससे जुड़े हुए टेक्नीशियन हैं, उनसे जुड़े हुए लोगों और फिर उसकी बिक्री करने वाले व्यवसायियों—इन सभी को एक साथ जोड़कर रोजगार देने का काम करते हुए… यही कारण है कि पिछले सात वर्षों में साढ़े तीन लाख लोगों को इस विभाग ने खादी के माध्यम से रोजगार देने में अपना योगदान दिया है।”
इसके साथ ही उद्यमी मुकेश गुप्ता ने बताया कि “हमारे जो मुख्यमंत्री हैं, वो जमीनी स्तर पर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।यह स्टॉल भी हमें निशुल्क मिला है। सबसे बड़ी बात है कि हम खादी का प्रदर्शन कर रहे हैं। ज़्यादातर आप देखेंगे कि यहां खादी के वस्त्र ही बिक्री हो रहे हैं। और विशेष धन्यवाद, कोटि-कोटि धन्यवाद हमारे मुख्यमंत्री जी का।”