Ayodhya: उत्तर प्रदेश की अयोध्या भक्ति और उत्साह से भर गई, हजारों श्रद्धालु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत में शहर में पहुंचे।
प्रधानमंत्री मोदी तकरीबन 10 फीट चौड़ी और 20 फीट लंबी समकोण त्रिभुजाकार धर्म-ध्वजा फहराएंगे। इस पर भगवान राम की वीरता का प्रतीक एक दीप्तिमान सूर्य, एक ‘ॐ’ और कोविदारा वृक्ष बना हुआ है।
सुबह से ही “जय श्री राम” के नारे पूरे शहर में गूंज रहे थे। कई संतों ने इस पल को ऐतिहासिक बताया। 95 साल के संत देवेंद्रानंद गिरि ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि अपने जीवन में ये दिन देख पाएंगे।
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य गोपाल राव ने बताया कि कार्यक्रम का संचालन प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत करेंगे। मंदिर में पिछले चार दिनों से पूजा-पाठ और यज्ञ चल रहा है। देशभर से आए विद्वान इसमें शामिल हैं।
शहर में सुरक्षा के बहुत कड़े इंतजाम हैं। 6,970 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। ड्रोन रोधी सिस्टम और हाई-टेक निगरानी भी लगाई गई है। प्रधानमंत्री मंदिर के गर्भगृह में पूजा करेंगे और सप्तमंदिर, शेषावतार मंदिर और माता अन्नपूर्णा मंदिर के दर्शन करेंगे।
ये समारोह मार्गशीर्ष माह की पंचमी को हो रहा है, जिसे भगवान राम और सीता के विवाह से जोड़ा जाता है। इसी दिन गुरु तेग बहादुर का शहादत दिवस भी मनाया जाता है।