Tamil Nadu: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कोयंबटूर और मदुरै में मेट्रो रेल परियोजनाओं के प्रस्तावों को खारिज किए जाने पर राज्य की ओर से निराशा और दुख जताया। प्रधानमंत्री मोदी को पिछली बैठकों के दौरान दिए गए ज्ञापन की याद दिलाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “अस्वीकृति हमारे लिए बिल्कुल अप्रत्याशित है।”
सीएम एम.के. स्टालिन ने ये भी कहा कि परियोजनाओं को खारिज करने का कारण सही नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोयंबटूर की जनसंख्या 2011 में ही 20 लाख से अधिक हो चुकी थी और ये भी दावा किया कि तब से मदुरै की जनसंख्या भी बढ़ी ही होगी।
उन्होंने कहा कि अगर इंदौर, पटना और आगरा जैसे शहरों के लिए दो मिलियन आबादी का क्राइटेरिया लागू किया जाता तो यो प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाता। सीएम स्टालिन ने अपने पत्र में लिखा, हमारे शहरों के प्रति भेदभाव का आभास पैदा हुआ है और उन्होंने केंद्र सरकार से निष्पक्ष कार्रवाई करने की अपील की।
सीएम ने ये भी भरोसा दिलाया कि प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन की उपलब्धता कोई रुकावट नहीं बनेगी और पीएम मोदी से पर्सनली दखल देने और मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स को फैसले पर फिर से सोचने का निर्देश देने की अपील की। इसी बीच अपने सोशल मीडिया पोस्ट में, सीएम स्टालिन ने कहा कि वे अपने टीम के साथ प्रधानमंत्री से मिलने और परियोजनाओं की महत्ता समझाने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने अपने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “ये हमारे राज्य की विकास परियोजनाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और तमिलनाडु का विकास, भारत का विकास है। हम उम्मीद करते हैं कि इसमें निष्पक्षता और सही दृष्टिकोण अपनाया जाएगा। मैं अपनी टीम के साथ प्रधानमंत्री से मिलने और इन परियोजनाओं की अहमियत समझाने के लिए तैयार हूं।”