CM Yogi: लखनऊ शहर ऐतिहासिक पल का साक्षी बना जब सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के कानपुर रोड ऑडिटोरियम में 26वें इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ चीफ जस्टिसेस ऑफ वर्ल्ड का भव्य शुभारंभ हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन किया और न्याय, शांति और वैश्विक समन्वय पर अपनी सोच साझा की। 52 देशों के मुख्य न्यायाधीशों और न्यायविदों की मौजूदगी ने सम्मेलन की गरिमा बढ़ाई। लखनऊ अब अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए विश्वसनीय केंद्र बन चुका है।
यहां वैश्विक शासन, न्यायिक सहयोग और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान पर विचार-विमर्श हो रहा है, साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारत की विविधता प्रदर्शित की गई।
ये सम्मेलन विश्व न्यायपालिका को जोड़ने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की प्रगतिशील, सुरक्षित और वैश्विक पहचान का प्रमाण भी बना।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि “मानवीय चुनौतियां भी हम लोगों के सामने खड़ी हुई हैं, जिनके माध्यम से साइबर क्राइम, डेटा चोरी के और अन्य तमाम प्रकार की एक नई समस्या दुनिया के सामने खड़ी हुई हैं। ऐसे अस्थिर समय में न्याय, नैतिकता और अंतरराष्ट्रीय कानून विश्व शांति और मानव सभ्यता के लिए एक बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं।”
इसके साथ ही अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने कहा कि “दुनियाभर से लीडर्स आए हैं, जो इसी फिल्ड में काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि उनकी अंतर्दृष्टि और विचारों को सुनकर बच्चों को भी बहुत सारे वैल्यूएबल फीडबैक मिलेगा कि कैसे आगे चलकर इन समस्याओं को हल करना है।”
न्यायमूर्ति माइकल मुसोंडा, उप मुख्य न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट, जाम्बिया “पूरी दुनिया के प्रत्येक मुख्य न्यायाधीश एक महत्वपूर्ण संदेश साझा करने आए हैं जो कई वर्षों से फैल रहा है और जिसे पूरी मानवता को आत्मसात करना चाहिए क्योंकि यह शांति के लिए, सद्भाव के लिए, एकता के लिए और पूरे ब्रह्मांड में एकता के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण संदेश है।”