Mumbai: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में लोकल ट्रेन में भाषा विवाद को लेकर पीटे गए एक कॉलेज छात्र ने आत्महत्या कर ली। अधिकारियों ने बताया कि अर्नव लक्ष्मण खैरे नाम का यह छात्र विज्ञान संकाय का प्रथम वर्ष का छात्र था। उसके साथ मारपीट की घटना उस वक्त हुई, जब वह मुलुंड स्थित अपने कॉलेज जा रहा था। इसके बाद कल्याण पूर्व में स्थित अपने अपार्टमेंट में उसने फांसी लगा कर जान दे दी। शाम को उसका शव फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला।
कल्याण के सहायक पुलिस आयुक्त कल्याणजी गेटे ने बताया कि अर्नव ट्रेन से यात्रा कर रहा था। तभी कल्याण और ठाणे स्टेशन के बीच एक यात्री से उसकी हल्की बहस हुई। अर्नव ने भीड़भाड़ वाले डिब्बे में थोड़ा आगे बढ़ने का अनुरोध किया था, जिस पर उस यात्री ने उसे मराठी में बात न करने को लेकर उलझा लिया और मामला बढ़ गया।
अधिकारी ने बताया कि उस यात्री ने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर अर्नव पर हमला कर दिया और उसे बुरी तरह पीटा।
भयभीत और तबीयत बिगड़ने पर अर्नव ठाणे स्टेशन पर उतर गया और दूसरी ट्रेन से मुलुंड पहुंचा। कॉलेज में क्लास अटेंड न करने के बाद वह जल्द ही घर लौट आया और अपने पिता को फोन पर घटना की जानकारी दी। पिता ने उसकी आवाज में घबराहट और तनाव महसूस किया।
शाम को काम से लौटने पर पिता ने घर का दरवाजा बंद पाया। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया, जहां अर्नव को कंबल से बने फंदे पर लटका पाया गया।
अधिकारी ने बताया कि अर्नव के पिता ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा है कि मारपीट से उनके बेटे को मानसिक तनाव से जूझना पड़ा, जिसके बाद उसने यह आत्महत्या कर ली। पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।