वाइल्ड लाइफ और टाइगर कंजर्वेशन पर रिसर्च के लिए एनटीसीए, ग्लोबल टाइगर इनिशिएटिव (Global Tiger Initiative- GTI), ग्लोबल टाइगर फोरम (Global Tiger Forum- GTF) और अमेरिका की Clemson University के प्रोफेसरों का एक डेलिगेशन कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में रिसर्च कर रहा है। रिसर्च पूरी होने के बाद यह यह डेलिगेशन एकेडमिक एक्सचेंज प्रोग्राम तैयार करेगा। कॉर्बेट पार्क के डायरेक्टर नरेश कुमार ने बताया कि अमेरिका Clemson University और इसकी तीन अन्य यूनिवर्सिटी साथ मिलकर टाइगर कंसर्वशन (बाघ संरक्षण) पर काम कर रही हैं। कंसोर्सियम में एक टाइगर कंजर्वेशन केंद्र भी है। वहां पर भी ये लोग वाइल्ड लाइफ और बाघ संरक्षण कर कार्य कर रहे हैं। नरेश कुमार ने बताया कि अमेरिका के ये प्रोफेसर कोर्बेट पार्क की बेस्ट प्रैक्टिस देखने के लिए आए हैं। इस दौरान यह डेलिगेशन यह भी देखेगा कि हम कॉर्बेट में बेस्ट मैनेजमेंट किस प्रकार से कर रहे हैं और वन्यजीवों को बचाने के लिए किस प्रकार से उनका संरक्षण कर रहे हैं। नरेश कुमार ने बताया कि अमेरिकी प्रोफेसर रिसर्च के बाद एकेडमिक एक्सचेंज प्रोग्राम तैयार करेंगे, उसके बाद भारत सरकार और Clemson University के बीच एकेडमिक एक्सचेंज होगा। उन्होंने बताया कि इसमें हमारे यहां के प्रोफेसर, प्रैक्टिशनर और पीएचडी कर रहे स्टूडेंट अमेरिका की Clemson University जाकर ये कोर्स करेंगे और एक्सचेंज प्रोग्राम में भागीदारी करेंगे। साथ ही अमेरिका के लोग भी भारत आकर इसी तरीके के कार्यक्रम में शामिल होंगे।