Delhi NCR: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डॉक्टरों ने वायु प्रदूषण बढ़ने पर चिंता जताई है, खास कर गर्भवती महिलाओं के लिए वायु प्रदूषण भारी खतरा है, डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि वायु प्रदूषण बुजुर्गों और छोटे बच्चों के लिए तो खतरनाक है ही, इसका गर्भवती महिलाओं और गर्भ में पल रहे बच्चों पर भी बुरा असर पड़ता है।
इन दिनों दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणियों के बीच है। अस्पतालों में सांस लेने में तकलीफ, खांसी और निमोनिया के लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है, डॉक्टरों ने लोगों से मास्क पहनने जैसी सावधानियां बरतने और जब तक बहुत जरूरी न हो, बाहर निकलने से बचने को कहा है।
दिल्ली में एक्यूआई ‘गंभीर’ स्तर पर है, लिहाजा केंद्र सरकार ने इस सप्ताह के शुरू से दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का तीसरा चरण लागू किया है, ग्रैप के तीसरे चरण में गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर रोक लगी है और सभी तरह की खनन गतिविधियां बंद कर दी गई हैं।
इसके अलावा, पांचवीं क्लास तक के बच्चों को हाइब्रिड मोड में पढ़ाने का आदेश किया गया है। दिल्ली और आसपास के एनसीआर जिलों में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल गाड़ियों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है।
फोर्टिस एस्कॉर्ट हर्ट इंस्टीट्यूट के पुमोनरी मेडिसिंस वरिष्ठ सलाहकार डॉ. अवि कुमार ने कहा कि “गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिम ये है कि उन्हें संक्रमण, एलर्जी, फेफड़ों की पुरानी बीमारियां और गर्भावस्था के दौरान दूसरी परेशानियां होने की आशंका ज्यादा होती है। प्रदूषण से गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पलने वाले बच्चों में एलर्जी और कम वजन होने की आशंका होती है। उनका विकास देरी से होता है, जिसमें तंत्रिका संबंधी देरी भी शामिल है। इस तरह प्रदूषण से गर्भवती महिलाओं के बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।”
“इस समय, दिल्ली पर काले बादल छाए हुए हैं। पीएम 2.5 का स्तर 400 से ऊपर है। ये आपात स्थिति है। हमने पाया है कि कई मरीज इसकी वजह से होने वाले लक्षणों के साथ ओपीडी में आ रहे हैं – सांस फूलना, घरघराहट, बलगम वाली खांसी और निमोनिया जैसे संक्रमण।”
इसके साथ ही कहा कि “जिन मरीजों को ज्यादा जोखिम है, उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए, उन्हें प्रदूषित इलाकों और बेवजह बाहर निकलने से बचना चाहिए। अगर उन्हें बाहर जाना ही पड़े, तो एन-95 मास्क जरूर पहनना चाहिए। ये लगभग 40 प्रतिशत कणों को छानता है। वे घर पर, खासकर रात में, एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं, ताकि सोते समय ताजी हवा मिले।”