Delhi: हरियाणा का विधानसभा चुनाव हुआ था ‘चोरी’, बीजेपी सरकार वैध नहीं, राहुल गांधी ने किया दावा

Delhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘‘वोट चोरी’’ के खिलाफ अपनी मुहिम को जारी रखते हुए बुधवार को हरियाणा की मतदाता सूची से जुड़े आंकड़े सामने रखे और दावा किया कि पिछले साल अक्टूबर में हुए राज्य विधानसभा चुनाव को 25 लाख फर्जी मतों के जरिये चोरी किया गया था।

उन्होंने निर्वाचन आयोग पर भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगाया और कहा कि न सिर्फ हरियाणा की सरकार और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी वैध रूप से पद पर नहीं हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सरकार में वैध रूप से नहीं हैं। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों का कहना है कि राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोप ‘‘निराधार’’ हैं क्योंकि प्रदेश में उनके पार्टी के बूथ एजेंट की ओर से मतदाता सूची के खिलाफ कोई अपील दायर नहीं की गई।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने संवाददाता सम्मेलन में एक लंबी प्रस्तुति दी और कहा कि हरियाणा में ‘वोट चोरी’ को लेकर वह जो बातें कर रहे हैं वो सौ फीसदी सबूत पर आधारित हैं। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि हरियाणा में सर्वेक्षणों में कांग्रेस की जीत की संभावना जताई गई थी, लेकिन सुनियोजित ढंग से कांग्रेस की तय जीत को हार में बदला गया। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं ‘जेन जेड’ से कहना चाहता हूं कि देखिये कि कैसे आपके भविष्य की चोरी की जा रही है।’’

उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के एक बयान का वीडियो दिखाया जिसमें सैनी ने कथित तौर पर सरकार बनाने की ‘‘व्यवस्था’’ होने की बात की थी। राहुल गांधी ने दावा किया कि हरियाणा में पांच अलग-अलग तरीकों से 25,41,144 फर्जी मतों से ‘‘वोट चोरी’’ की गई। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हरियाणा में पांच तरीके की ‘वोट चोरी’ है। ‘डुप्लीकेट वोटर’ की संख्या 5,21,619 रही। फर्जी पते वाले मतदाताओं की संख्या 93,174 थी, ‘बल्क वोटर’ 19,26,351 थे।’’

उन्होंने कहा कि फॉर्म 6 और फॉर्म 7 का भी दुरुपयोग किया गया। फॉर्म 6 का उपयोग मतदाता सूची में नाम जुड़वाने और फॉर्म 7 का इस्तेमाल गलत मतदाता सूची से गलत प्रविष्टि हटाने के लिए किया जाता है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘फॉर्म 6 और फॉर्म 7 के जरिये वोटरों को जोड़ा और घटाया जाता है। महादेवापुरा और आलंद के खुलासे के बाद निर्वाचन आयोग ने इसका डेटा देना बंद कर दिया है।’’

राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘हरियाणा चुनाव की मतदाता सूची ‘डुप्लीकेट वोटर’ से भरी पड़ी है। ये एआई का समय है। निर्वाचन आयोग चाहे तो दो मिनट में फर्जी मतदाताओं के नाम हटा सकता है। लेकिन आयोग ऐसा इसलिए नहीं करता, क्योंकि वो ‘वोट चोरी’ में बीजेपी की मदद कर रहा है।’’

उनका कहना था, ‘‘हम जो कर रहे हैं, उससे भारत के लोगों को यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि क्या हुआ है। हम लोगों को सूचित कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री वैध रूप से सरकार में नहीं हैं। इसी तरह, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी वैध रूप से सरकार में नहीं हैं क्योंकि यह सरकार चोरी हुई है।’’

राहुल गांधी ने हरियाणा में कथित ‘‘वोट चोरी’’ को लेकर कुछ उदाहरण दिए। उन्होंने दावा किया कि ब्राजील की एक मॉडल की तस्वीर का इस्तेमाल करके राज्य में 10 बूथ पर सीमा और स्वीटी जैसे 22 अलग-अलग नाम से फर्जी मतदाता बनाए गए थे।

उन्होंने कथित फर्जी मतदाताओं के कुछ और उदाहरण भी दिए। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि निर्वाचन आयोग और बीजेपी की मिलीभगत से चुनाव चोरी किया गया। हरियाणा में अक्टूबर, 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 90 सीट में से 48 सीट हासिल करके लगातार जीत हासिल की थी। कांग्रेस को 37 सीट मिली थीं।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘‘भारत के ‘जेन जेड’ और युवाओं के पास सत्य और अहिंसा के साथ लोकतंत्र को बहाल करने की शक्ति है। वे एक लोकतांत्रिक भारत के लिए अपनी अकांक्षा व्यक्त कर सकते हैं, एक लोकतांत्रिक भारत के लिए लड़ाई लड़ सकते हैं और वो इस चोरी और संविधान और लोकतंत्र की हत्या का विरोध कर सकते हैं।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘हमारे सामने यह स्पष्ट है कि ‘वोट चोरी’ अब एक व्यवस्था बन गयी है। ये औद्योगीकरण का रूप ले चुका है और इसका उपयोग किसी भी राज्य में किया जा सकता है। इसका उपयोग बिहार में होने जा रहा है और मुझे विश्वास है कि बिहार चुनाव के बाद हमें वही रिकॉर्ड मिलेंगे।’’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘चुनाव से एक रात पहले मतदाता सूची सामने आती है, इसलिए हम पहले से कुछ नहीं कर सकते। ये एक सुनियोजित तरीका है जिसे बीजेपी, प्रधानमंत्री मोदी और चुनाव आयोग ने संविधान को कमजोर करने और हमारे लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए विकसित किया है।’’

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