Haridwar: धर्मनगरी हरिद्वार में कल होने वाले कार्तिक पूर्णिमा के बड़े गंगा स्नान को सकुशल और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए हरिद्वार पुलिस और प्रशाशन ने अपनी पूरी त्यारी की है। हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मंगलवार को अधिकारियों और पुलिस बल को ब्रीफिंग के दौरान आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और सुरक्षा व यातायात व्यवस्था का कड़ाई से जायजा लिया।
एसएसपी प्रमेंन्द्र सिंह डोबाल ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा का स्नान साल का अंतिम और सबसे बड़ा स्नान होता है। पिछले साल करीब 30 लाख श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने पहुंचे थे, और इस बार यह संख्या 30 लाख से भी ज्यादा होने का अनुमान है। इस भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को 11 जोन और 36 सेक्टर में बांटा गया है, जहां पुलिसकर्मियों की सघन तैनाती की गई है।पुलिस बल के अलावा पीएसी (PAC) के जवान भी तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को तुरंत नियंत्रित किया जा सके।
हरिद्वार में एसएसपी ने सभी अधिकारियों और जवानों को अपनी ड्यूटी दृढ़ता और संयम के साथ निभाने के निर्देश दिए।इसी के साथ श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए मंगलवार शाम छह बजे से स्नान की समाप्ति तक हरिद्वार शहर क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। एसएसपी प्रमेंन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर यातायात पुलिस शाम 6बजे से ने स्नान पर्व तक शहर में भारी वाहनों की नो-एंट्री रहेगी।
इसके साथ ही रूट डायवर्जन: दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, देहरादून और नजीबाबाद रूट से आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग रूट और पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं। श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए अलकनंदा, दीनदयाल, पंतद्वीप, चमगादड़ टापू और बैरागी कैंप जैसे स्थानों पर विशाल पार्किंग की व्यवस्था की गई है।एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने कहा कि सभी पुलिसकर्मी यह सुनिश्चित करें कि हर घाट पर श्रद्धालुओं को निर्बाध और सुरक्षित स्नान की सुविधा मिले और किसी भी कीमत पर यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो।