Corbett National Park: कॉर्बेट पार्क का ढिकाला जोन खुलने से पहले ही जनवरी 2026 तक फॉरेन टूरिस्ट से पैक

Corbett National Park: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का सबसे प्रसिद्ध और रोमांचक ढिकाला पर्यटन जोन इस बार खुलने से पहले ही विदेशी सैलानियों से पूरी तरह पैक हो गया है। पार्क प्रशासन द्वारा पहली बार विदेशी पर्यटकों के लिए 90 दिन पहले ऑनलाइन बुकिंग शुरू करने की पहल का नतीजा यह रहा कि जनवरी 2026 तक विदेशी सैलानियों के सभी कक्ष फुल हो चुके हैं और 15 नवंबर आए ही कॉर्बेट पार्क में रात्रि विश्राम की सुविधा शुरू हो जायेगी।

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर डॉ. साकेत बडोला ने बताया कि इस बार रिकॉर्ड स्तर पर विदेशी पर्यटकों ने एडवांस बुकिंग कराई है,उन्होंने कहा ढिकाला जोन के खुलने से 90 दिन पहले विदेशी पर्यटकों के लिए बुकिंग खोली गई थी, अब 18 जनवरी 2026 तक विदेशी सैलानियों का कोटा पूरी तरह पैक हो चुका है,करीब 200 से अधिक विदेशी पर्यटक एडवांस में रात्रि विश्राम के लिए कक्ष बुक कर चुके हैं।

देशी सैलानियों का भी उत्साह दिसंबर तक भारतीय पर्यटकों की बुकिंग फुल:
वहीं भारतीय सैलानियों की बुकिंग भी पीछे नहीं रही,पार्क प्रशासन ने देशी पर्यटकों के लिए बुकिंग 45 दिन पहले खोली थी और दिसंबर 2025 तक भारतीय पर्यटकों का कोटा भी पूरी तरह भर चुका है।
डायरेक्टर बडोला के अनुसार अब तक 1000 से अधिक भारतीय पर्यटक दिसंबर तक की बुकिंग कर चुके हैं।

ढिकाला जोन 15 नवंबर से खुलेगा:
कॉर्बेट पार्क का यह चर्चित ढिकाला जोन मानसून सीजन के बाद हर साल 15 नवंबर से खुलता है और पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा जोन माना जाता है, पार्क प्रशासन ने इसे लेकर पूरी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
हर वर्ष 15 जून को इस जोन को पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बंद कर दिया जाता है।
ढिकाला जोन में जंगल सफारी और रात्रि विश्राम दोनों की सुविधा है और यहां पहुंचना अपने आप में एक यादगार अनुभव होता है,पर्यटक यहां बंगाल टाइगर, हाथी, हिरण, भालू, मगरमच्छ, विविध पक्षी प्रजातियां, ग्रासलैंड और समृद्ध जैव विविधता का नज़ारा करते हैं।

4 लाख आगंतुकों में शामिल थे 11,300 विदेशी सैलानी:
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान होने के साथ ही दुनियाभर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 4 लाख से अधिक पर्यटक कॉर्बेट पहुंचे, जिनमें 11,300 विदेशी सैलानी शामिल थे।
साल दर साल विदेशी पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है ,वर्ष 2022-23 में 6,100 विदेशी पर्यटक आए,
जबकि 2023-24 में यह संख्या बढ़कर 9,000 हो गई।
इस वर्ष 2025-26 के आंकड़े इस रफ्तार को और मजबूत संकेत दे रहे हैं।

ढिकाला जोन में रात्रि विश्राम की सुविधाएं:
ढिकाला जोन में रात्रि विश्राम के लिए कुल 41 कमरे उपलब्ध हैं,इनमें से मुख्य ढिकाला कैंप में 28 कमरे,
सुल्तान क्षेत्र में 2,गैरल में 6,खिनानौली में 3 और सर्फदुली क्षेत्र में 2 कमरे बने हैं।
इसके अलावा 20 डॉरमेट्री की सुविधा भी उपलब्ध है।

भारतीय सैलानियों के लिए दो लोगों का एक रूम प्रति रात करीब ₹4,000 में उपलब्ध है।
वहीं विदेशी सैलानियों के लिए यही सुविधा लगभग ₹9,000 प्रति रात तक की है।

अन्य पर्यटन जोन भी आकर्षण का केंद्र:
कॉर्बेट पार्क में कुल 8 सफारी जोन हैं —

ढिकाला, बिजरानी, झिरना, ढेला, दुर्गादेवी, सोननदी, गर्जिया और पाखरो।
इनमें से ढिकाला, बिजरानी, झिरना, ढेला और दुर्गादेवी जोन सबसे लोकप्रिय हैं,कुछ जोन जैसे झिरना, ढेला और गर्जिया पूरे साल खुले रहते हैं, जबकि अन्य मानसून में बंद होते हैं।
बिजरानी जोन में 7 कमरे रात्रि विश्राम के लिए उपलब्ध हैं,ढेला जोन में 2 रूम की सुविधा है,झिरना जोन में 4 कमरे हैं।
पाखरो जोन और सोना नदी जोन में 2-2 कमरे रात्रि विश्राम के लिए बने हैं।

ऑनलाइन बुकिंग से आसान हुआ सफर:
पर्यटक कॉर्बेट पार्क की आधिकारिक वेबसाइट https://corbettgov.org पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। यहां से पर्यटक डे सफारी और नाइट स्टे दोनों की बुकिंग कर सकते हैं।

पर्यटन कारोबारियों ने की पहल की सराहना:
ढिकाला जोन के अग्रिम बुकिंग पैक होने की खबर से स्थानीय पर्यटन कारोबारी और होटल व्यवसायी बेहद उत्साहित हैं।
रामनगर के पर्यटन कारोबारी रमेश सुयाल ने कहा कॉर्बेट पार्क प्रशासन का यह कदम बेहद सराहनीय है, विदेशी सैलानियों को यात्रा की अग्रिम योजना बनानी होती है, ऐसे में 90 दिन पहले बुकिंग खोलना एक बेहतरीन निर्णय है,इससे कॉर्बेट की अंतरराष्ट्रीय पहचान और मजबूत होगी।
वहीं प्रसिद्ध वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर दीप रजवार ने कहा यह बेहद खुशी की बात है कि ढिकाला जोन 18 जनवरी 2026 तक विदेशी सैलानियों से पैक हो चुका है।
इस पहल से कॉर्बेट में विदेशी पर्यटकों की संख्या में फिर से उछाल आएगा,विदेशी सैलानी न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति देते हैं, बल्कि उनसे स्थानीय लोगों को कई चीजें सीखने का अवसर भी मिलता है।

स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा:
ढिकाला जोन की एडवांस बुकिंग का सीधा फायदा रामनगर और आसपास के पर्यटन कारोबारियों को मिलेगा।
होटल, गाइड, जीप सफारी ऑपरेटर, हस्तशिल्प विक्रेता और स्थानीय भोजनालयों को इससे अतिरिक्त आमदनी की उम्मीद है,पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी सैलानियों की बढ़ती संख्या से न केवल कॉर्बेट का वैश्विक पर्यटन ग्राफ ऊपर जाएगा, बल्कि स्थानीय समुदायों को भी नए रोज़गार अवसर मिलेंगे।

कॉर्बेट में सफारी अनुभव क्यों है खास:
जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे पुराना और प्रमुख टाइगर रिजर्व है,यहां जंगल सफारी का अनुभव रोमांच और शांति दोनों से भरपूर होता है,ढिकाला जोन के जंगलों में सफारी के दौरान पर्यटक जब बंगाल टाइगर को उसकी प्राकृतिक आवास में चलते देखते हैं, तो यह दृश्य जीवनभर याद रह जाता है। कॉर्बेट के ग्रासलैंड, विशाल साल के जंगल और कलकल करती रामगंगा नदी का संगम हर सैलानी को मोह लेता है। यही कारण है कि ढिकाला को कॉर्बेट का दिल कहा जाता है।

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