Bihar Election: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सीट बंटवारे के बाद से जारी तनाव के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। पहली सूची में 57 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई है। इनमें मंत्री श्रवण कुमार, विजय कुमार चौधरी, महेश्वर हजारी समेत कई दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं, जदयू के टिकट से अपना नामांकन दाखिल कर चुके अनंत सिंह का भी नाम इस लिस्ट में है।
जनता दल यूनाईटेड के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि जदयू की पहली सूची आज जारी कर दी गई है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चुनाव प्रचार 16 से शुरू होगा। मुख्यमंत्री ने स्थिति की सही समीक्षा करने के बाद पहली सूची जारी करने का निर्णय लिया है। हमारी दूसरी सूची भी एक-दो दिनों में जारी कर दी जाएगी।
एनडीए पूरी तरह एकजुट-
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष अब तक सीट बंटवारे पर फैसला नहीं कर पाया है, एनडीए पूरी तरह एकजुट है और हमारा उद्देश्य नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाना है। बिहार के लोग भी एनडीए की डबल इंजन सरकार का फायदा देख रहे हैं और अब वे पीछे मुड़ कर नहीं देखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री 16 अक्तूबर से अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेंगे, सीएम नीतीश के इस अभियान से राज्य में एक अलग माहौल देखने को मिलेगा। एनडीए का उद्देश्य है कि बिहार के विकास की रफ्तार को बनाये रखना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक करोड़ युवाओं को नौकरी या रोजगार देने का जो वादा किया है, उसे पूरा करना। बिहार में जो कई महत्वपूर्ण सिक्स-लेन हाइवे बन रहे हैं, विकास के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम हो रहे हैं, उन्हें समय से पूरा करना
जदयू में किसी तरह मतभेद नहीं-
वहीं जदयू में अंदर तनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर किसी भी तरह के मतभेद से इनकार करते हुए कहा कि जदयू में किसी प्रकार की कोई अंदरूनी समस्या नहीं है। पार्टी में जो भी निर्णय लिए जाते हैं, वह नीतीश कुमार की सहमति से ही होते हैं। वह एक लोकतांत्रिक नेता हैं, तानाशाही प्रवृत्ति के नहीं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की भी कमान संभाले हुए हैं और जदयू की भी कमान संभाले हुए हैं।
बता दें कि इस चुनाव में एनडीए में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल (यूनाइटेड) यानी जदयू दोनों 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें मिली हैं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा को छह सीटें दी गई हैं। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को भी छह सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिला है।