Bihar polls: सोना देवी 100 साल की उम्र को पार कर चुकी हैं उनकी इच्छा है कि वो आगामी बिहार चुनाव में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें और अपने मताधिकार का प्रयोग करें। सोना देवी वैशाली जिले के चेहराकला प्रखंड के दुल्लहपुर गांव की रहने वाली हैं, बुढ़ापे के इस पड़ाव में शारीरिक रूप से कमजोर होने के बावजूद, उनका दिमाग़ तेज़ और देश प्रेम की भावना दृढ़ है और इसलिए वे मतदान को अपना पवित्र कर्तव्य मानती हैं।
सोना देवी के पति रामेश्वर दास, भी 100 साल को पार कर चुके हैं। उनका कहना है समय अब काफी बदल चुका है और अब नया दौर है। लेकिन इस नए दौर में वे हर बार अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं।
वैसे परिवार में सिर्फ यह दंपति ही 100 साल की उम्र के नहीं है बल्कि रामेश्वर दास के भाई हरिहर दास भी 100 साल के हो गए हैं, वह भी अच्छी तरह जानते हैं कि उन्हें किसे वोट देना और क्यों।
सिर्फ यही तीनों शतायु मतदाता बिहार में है ऐसा नहीं है, इनमें हृदय नारायण राय भी शामिल हैं। जिनकी उम्र 105 वर्ष की है, उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले चुनाव से लेकर आज तक, भारत की संपूर्ण लोकतांत्रिक यात्रा देखी है। उनकी याददाश्त आज भी तेज है, हालांकि कुछ दृश्य धुंधले पड़ गए हैं।
चेहराकला प्रखंड का दुल्लहपुर गाँव वैशाली जिले का हिस्सा है, जिसे दुनिया के पहले गणतंत्र और लोकतांत्रिक व्यवस्था के स्थल के रूप में जाना जाता है, जो लगभग छठी शताब्दी ईसा पूर्व अस्तित्व में आया था।
यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां कई 100 वर्ष को पार कर चुके लोग रहते हैं। ऐसी ही एक और महिला हैं रजिया देवी, जो इसी क्षेत्र की रहने वाली हैं और जिनकी उम्र 100 साल से ज्यादा है, अपने जीवन के इस पड़ाव पर वे संतुष्ट नजर आती हैं।
जीवन के 100 बरस पार चुके महुआ के रहने वाले रामेश्वर राय भी हैं वे जानते हैं कि उनके आस-पास चीजें कितनी बदल चुकी हैं।उनका मानना है कि आज विकास पहले से कहीं ज्यादा मायने रखता है।
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान करने के लिए इन शतायु लोगों का दृढ़ संकल्प हमें याद दिलाता है कि लोकतंत्र एक अधिकार भी है और एक उत्सव भी। बिहार में मतदान छह और 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी।