Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार की नमाज के बाद एक मस्जिद के बाहर स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। स्थानीय मौलवी और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर “आई लव मोहम्मद” अभियान के समर्थन में कई प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए थे। पुलिस ने बताया कि जुमे की नमाज के बाद कोतवाली इलाके में मौलवी के घर के बाहर और मस्जिद के पास भारी भीड़ जमा हो गई।
लोगों ने स्थानीय अधिकारियों द्वारा अनुमति न दिए जाने के कारण आखिरी समय में प्रदर्शन स्थगित करने पर अपना गुस्सा जाहिर किया। स्थानीय लोग लाठियों से लैस पुलिस के साथ भिड़ते देखे गए, जबकि वरिष्ठ अधिकारी स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंच गए थे। जिला मजिस्ट्रेट अविनाश सिंह ने कहा, “स्थिति अब सामान्य और नियंत्रण में है। किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। हम लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।”
ये विवाद नौ सितंबर से शुरू हुआ है, जब कानपुर पुलिस ने चार सितंबर को बारावफ़ात के जुलूस के दौरान कानपुर की एक सार्वजनिक सड़क पर कथित तौर पर “आई लव मुहम्मद” लिखे बोर्ड लगाने के आरोप में नौ नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
इस कदम पर हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताई और इसे एक नया चलन करार दिया और आरोप लगाया कि ये जानबूझकर उकसाने वाला कदम है। ये विवाद तब और बढ़ गया जब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि “आई लव मोहम्मद” कहना कोई अपराध नहीं है।