Gujarat: स्वयंभू बाबा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ दायर प्राथमिकी में आरोप है कि दिल्ली स्थित श्री शारदा भारतीय प्रबंधन संस्थान (एसआईआईएमडी) की छात्राओं को देर रात स्वयंभू बाबा के क्वार्टर में जाने के लिए मजबूर किया गया और उनमें से एक को अपना नाम बदलने को भी कहा गया।
संस्थान के प्रबंधन द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि 30 से अधिक छात्राओं के साथ डिजिटल माध्यम से हुई बातचीत के दौरान उनमें से कई ने चैतन्यानंद द्वारा यौन उत्पीड़न और धमकी के मामलों का खुलासा किया। चैतन्यानंद को पहले स्वामी (डॉ.) पार्थसारथी के नाम से जाना जाता था।
प्राथमिकी का हवाला देते हुए अधिकारियों ने कहा कि छात्राओं को धमकी दी गई थी कि अगर उन्होंने उनके प्रयासों का विरोध किया तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा और उनकी डिग्री रोक दी जाएगी। प्राथमिकी में कहा गया है, ‘‘आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्राओं को देर रात स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के क्वार्टर में जाने के लिए मजबूर किया गया।’’ संस्थान प्रबंधन ने आरोप लगाया कि एक छात्रा को ‘‘अपना नाम बदलने के लिए मजबूर’’ किया गया और सबूत मिटाने के लिए उसके फोन से संदेश डिलीट करने को कहा गया।
पुलिस ने बताया कि वसंत कुंज उत्तर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए कई टीम बनाई गई हैं और उसे देश से भागने से रोकने के लिए एक लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया है।