Telangana: तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले में चिलकुर बालाजी मंदिर श्रद्धालुओं की अनोखी आस्था और विश्वास का संगम है। इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि भगवान बालाजी के आशीर्वाद से सपनों को उड़ान मिलती है, इसलिए इस मंदिर को वीजा बालाजी मंदिर के नाम से भी पुकारा जाता है।
विदेश जाने की मनोकामना लेकर हजारों युवा यहां आते हैं और एक ही कामना करते हैं कि उनकी वीजा अर्जी मंजूर हो जाए ताकि वे विदेश जाकर अपने सपनों को पूरा कर सकें। मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु मंदिर की 11 या 108 बार परिक्रमा करते हैं तो उनकी इच्छा जरूर पूरी होती है।
कई लोग अपनी प्रार्थनाओं के सफल होने के किस्से बयां करते हैं और कहते हैं कि ईश्वर से की गई उनकी प्रार्थना के कारण उनके वीज़ा की अर्जी मंजूर की गई। न केवल वीजा पाने की चाहत रखने वाले बल्कि अमेरिका में पहले से रह रहे लोगों के माता-पिता भी प्रार्थना कर रहे हैं कि उनके बच्चों को प्रभु का आशीर्वाद हमेशा मिलता रहे।
ट्रंप प्रशासन की ओर से हाल ही में नए एच1बी वीज़ा के लिए एक लाख डॉलर की भारी-भरकम फीस लगाए जाने के बाद ये मंदिर कई श्रद्धालुओं खासकर आईटी पेशेवरों के लिए, जो एच1बी वीज़ा पाने की उम्मीद करते हैं। उनके लिए आध्यात्मिक आधार बन गया है। वीजा नीतियों में बदलाव के कारण नए आवेदकों और वीजा के नवीनीकरण का इंतज़ार कर रहे भारतीय प्रवासियों में भय और चिंता पैदा होने के बावजूद वीज़ा बालाजी मंदिर उनके लिए आशा का प्रतीक बना हुआ है।