Ayodhya: उत्तर प्रदेश की पवित्र नगरी अयोध्या में मशहूर कालेराम मंदिर है, यहां भगवान हनुमान अनोखे रूप में विराजमान हैं, जो शायद ही भारत में कहीं और देखने को मिलता हो। माना जाता है कि हनुमान जी ने भगवान राम और लक्ष्मण को राक्षस अहिरावण से बचाया था। राक्षस ने दोनों भाइयों का अपहरण कर लिया था।
कहा जाता है कि हनुमान जी ने उन्हें बचाने के लिए देवी का रूप धारण किया था। मंदिर में उनके इसी रूप की पूजा की जाती है। अहिरावण के वध का उल्लेख वाल्मीकि रामायण में नहीं मिलता, बल्कि बाद के रामायण और खास कर महाकाव्य के क्षेत्रीय संस्करणों में मिलता है।
माना जाता है कि हनुमानजी ने राक्षस का वध करने के लिए पंचमुखी स्त्री रूप धारण किया था। अहिरावण का वध करने के लिए हनुमानजी का स्त्री रूप धारण करना दुर्लभ कथा है। अयोध्या का ये मंदिर इसी घटना की याद दिलाता है।
कालेराम मंदिर के महंत गोपाल राव देशमुख ने बताया कि “जब अहिरावण बांध कर लक्ष्मण जी सहित राम जी को लेकर के पाताल में गया और वहां जा कर के वो देवी की पूजा करने के पश्चात राम-लक्ष्मण की बली देने वाले था, तो वहां सिर्फ हनुमान जी महाराज जी एक मात्र ऐसे थे जो वहां तक पहुंच सके। तो उस समय हनुमान जी महाराज ने ही जो है अहिरावण को अपने बाएं पैर से कुचलकर के उसका वध किया। तो अहिरावण का वध करते समय हनुमान जी ने जो स्वरूप धारण किया था, उस स्वरूप का यहां पर दर्शन है।”