Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने राजधानी और हरियाणा में कई गैंगस्टरों के ठिकानों पर छापेमारी की

Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी और हरियाणा में कुख्यात आपराधियों के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी की, पुलिस ने इस छापेमारी में जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवाना के पिता समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और इसके साथ 36 आदतन अपराधियों को भी हिरासत में लिया।

छापों में 49.6 लाख रुपये नकद, 1.36 किलोग्राम सोना, 14.6 किलोग्राम चांदी, एक बुलेटप्रूफ स्कॉर्पियो एसयूवी, एक मोटरसाइकिल, 27 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, सात देसी और अत्याधुनिक पिस्तौल, एक रिवॉल्वर, 40 ज़िंदा कारतूस, तीन बोर ब्रश, दो सफाई रॉड और एक बटन-संचालित चाकू बरामद किया गया।

पुलिस ने बताया कि ये अभियान बाहरी उत्तर ज़िले की 500 कर्मियों वाली 39 टीमों और रोहिणी ज़िले की 320 कर्मियों वाली 19 टीमों द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया। पुलिस ने दिल्ली, सोनीपत, सांपला, झज्जर, रोहतक और बहादुरगढ़ में कुल 58 स्थानों पर तलाशी ली।

संयुक्त पुलिस आयुक्त विजय सिंह की अगुवाई में और उपायुक्त हरेश्वर स्वामी (बाहरी उत्तर) और राजीव रंजन (रोहिणी) की निगरानी में छापेमारी की गई। पुलिस ने बताया कि इस कार्रवाई में काला जठेड़ी, जितेंद्र उर्फ ​​गोगी, नीरज बवाना, राजेश बवाना, टिल्लू ताजपुरिया, कपिल सांगवान उर्फ ​​नंदू और नेट्टू दबोधा के गिरोह के सदस्यों और सहयोगियों को निशाना बनाया गया।

तीन आरोपियों शक्तिमान (34), वेदपाल (55) और प्रेम सिंह सहरावत (67) को बाहरी उत्तर जिले से गिरफ्तार किया गया, जबकि तीन अन्य – विशाल उर्फ ​​बेहड़ा उर्फ ​​अंकित, हरिओम उर्फ ​​अंकित और नवीन को रोहिणी जिले से गिरफ्तार किया गया।

इनमें से सहरावत नीरज बवाना का पिता है, जो इस वक्त तिहाड़ जेल में बंद है, 35 साल का ये गैंगस्टर हत्या और जबरन वसूली के 30 से अधिक मामलों में शामिल है और जेल के अंदर से एक गिरोह चलाता है। मोस्ट वांटेड अपराधियों में से एक बवाना को 2015 में स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था।

पुलिस के मुताबिक उसके गैंगस्टर दाऊद के करीबी सहयोगी फजल उर रहमान और कनाडा स्थित भगोड़े अर्श दल्ला और खालिस्तानी कार्यकर्ता हरदीप सिंह निज्जर से संबंध थे, जिनकी 2023 में कनाडा में हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने बताया कि नरेला औद्योगिक क्षेत्र, बवाना और कंझावला थानों में शस्त्र अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि “छापेमारी के दौरान जब्त किए गए मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की जा रही है ताकि विदेश से सक्रिय गैंगस्टरों से उनके संबंधों का पता लगाया जा सके। यह समन्वित कार्रवाई बाहरी उत्तर और रोहिणी में गैंगस्टरवाद की कमर तोड़ने के हमारे निरंतर प्रयासों का हिस्सा है।”

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