Delhi Buses: कभी दिल्ली विश्वविद्यालय की स्पेशल बसें छात्रों के आने-जाने का इकलौता साधन थीं, तीन दशक के बाद ये बसें फिर सड़क पर उतरी हैं। इस बार यूनिवर्सिटी स्पेशल खास है। हर शुक्रवार को बस में नवोदित कलाकार सहयात्रियों के लिए अपने हुनर की प्रस्तुति देते हैं।
इस पहल का नाम है, ‘टैलेंट गेलोर, इट्स फ्राइडे’। ये युवा प्रतिभाओं को सार्वजनिक रूप से अपने हुनर दिखाने दिखाने का मौका है। शुक्रवार को बस यात्रा करने और लाइव मनोरंजन का आनंद लेने वाले कई छात्रों को ये पहल अच्छी लगी।
हर शुक्रवार को एक कलाकार को खास रूट दिया जाता है, जहां वो अपना हुनर दिखाता है।
कलाकार प्रतीक अग्रवाल ने बताया कि “एक्चुअली मैं लाइव परफॉर्म करता रहता हूं मॉल्स में या शोज वगैरह में तो मुझे मैं एक मूविंग बस में फर्स्ट टाइम परफॉर्म कर रहा हूं। तो काफी मुझे अच्छा लगा क्योंकि यहां पर जो ऑडियंस है वो चेंज हो रही है लोग उतर रहे हैं नए लोग चढ़ रहे हैं। तो काफी इन लोगों से इंटरेक्शन हो रहा है कोई फिक्स्ड ऑडियंस नहीं है यहां पर। तो नए लोग चढ़ रहे हैं, कुछ लोग उतर रहे हैं। तो लोग काफी अप्रिशिएटिव हैं यहां पर दिल्ली में। तो सब लोग काफी एप्रिसिएशन दे रहे हैं चढ़ते हुए भी उतरते हुए भी। तो मतलब काफी अच्छा फीडबैक मुझे मिल रहा है। तो ये मेरा मनोबल बढ़ाने के लिए बहुत मुझे एक बहुत अच्छा प्लेटफॉर्म लगा।”
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों का कहना है कि “एक दम पूरे कॉलेज में हेक्टिक डे होने के बाद एक दम ऐसे बस मिल जाए तो सारा स्ट्रेस रिलीव हो जाता है। तो हम लोग अचानक घुसे एंड बहुत मजा आ रहा है अब उतरने का मन नहीं कर रहा। लेकर आएंगे, हम मैं बोल रही थी कि हर फ्राइडे इसी बस में जाएंगे।”