Uttar Pradesh: नेपाल में अराजकता का असर सीमा से सटे कई भारतीय कस्बों पर भी दिख रहा है, जिन जगहों पर उथल-पुथल का असर पड़ा है, उनमें उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का रुपईडीहा भी शामिल है, वहां बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
बाजार अमूमन सीमा पार से आने वाले खरीदारों से भरा रहता था। व्यापारी कारोबार में मंदी की बात कह रहे हैं, क्योंकि नेपाल से खरीदार नहीं आ रहे। कुछ दुकानदारों को उम्मीद है कि हालात जल्द सामान्य हो जाएंगे। उन्हें उम्मीद है कि सीमा पार से जल्द ही बेरोकटोक लोगों की आवाजाही शुरू हो जाएगी और फिस से व्यापार शुरू हो जाएगा।
नेपाल में संकट गहराने के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुरक्षा एजेंसियां पड़ोसी देश की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में कड़ी निगरानी रख रही हैं।
इस हफ्ते के शुरू में सोशल मीडिया पर सरकारी रोक के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध के बाद नेपाल में संकट गहरा गया। इसके बाद कथित राजनीतिक भ्रष्टाचार और आम आदमी के प्रति उदासीनता के खिलाफ लंबे समय से चला आ रहा गुस्सा भड़क उठा, आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक हिंसा में मरने वालों की संख्या 30 हो गई है।
व्यापारी जफर इमाम रिजवी ने बताया कि “रुपईडीहा की टोटल मार्किट नेपाल जन पर डिपेंड है, नेपाल पर डिपेंड है। अगर वहां का माहौल खराब होता है तो यहां दुकानों पर बोहनी नहीं होती है और ज्यादातर लोग दुकानें बंद कर के घूमने चले जाते हैं। अपने कामकाज से निकल जाते हैं और जो दुकानें खुली रहती हैं उनकी यहां दुकानों पर बोहनी नहीं होती है। आज मैंने यहां सुबह से दुकान खोली है, लेकिन कुछ नहीं बिका है।”
व्यापारी आनंद सैनी ने कहा कि “प्रभाव बहुत बुरा हुआ है, कल शाम से ही बॉर्डर बंद है। कस्टमर का आना-जाना बंद हो गया है। सुबह से कोई कस्टमर भी नहीं है। आधी दुकानें खुली हैं, आधी बंद हैं। हम लोगो ने भी आधी दुकान लगा रखी है।