Nepal: बिहार के रक्सौल में प्रवेश करने के लिए भारतीय और नेपाली नागरिक सीमा पर कतार में खड़े हैं। बिहार में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और आवाजाही पर रोक लगा दी गई है, सिर्फ आपातकालीन मामलों में ही भारत में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
नेपाल के बीरगंज की रहने वाली हर्षिता ने बताया, “मैं राजस्थान से हूं। मेरी शादी बीरगंज में हुई है… मेरी कार कस्टम्स पर खड़ी थी। मुझे रक्सौल के अस्पताल जाना था। उन्होंने मुझे सीमा पार करने की अनुमति दे दी है।” रक्सौल में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और भारत में प्रवेश करने वाले लोगों के सामान की जांच के लिए खोजी कुत्तों (स्निफर डॉग) का इस्तेमाल किया जा रहा है।
बीरगंज के नेपाली नागरिक संतोष ने कहा, “स्थिति बहुत खराब है। लगभग पूरा शहर प्रभावित हुआ है। कुछ भी नहीं बचा है। बहुत मुश्किल हालात हैं।” हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान बीरगंज के एक होटल में ठहरे भारतीय नागरिक जयदीप बनर्जी ने कहा कि उन्हें घर लौटने के लिए पहचान पत्र दिखाने और अपनी जानकारी देनी पड़ी।
उन्होंने कहा, “मेरे अनुरोध के बाद वो मुझे वापस जाने की अनुमति दे रहे हैं। मुझे उन्हें बताना पड़ा कि मैं कहां से हूं और अपना पहचान पत्र भी दिखाया। नेपाल के अधिकारी सहयोग कर रहे हैं। सीमा पर मौजूद सभी लोगों ने अच्छा काम किया। उन्होंने मुझे वापस जाने की अनुमति दे दी।”
दिनेश गदल एक भारतीय व्यवसायी हैं जो अक्सर काम के सिलसिले में नेपाल जाते हैं। उन्होंने कहा, “मैं यहां व्यापार के सिलसिले में आया था। मेरे पास अपनी कार है… नेपाल दो-तीन दिनों से बंद है। हमारा व्यापार ठप हो गया है। हमें नहीं पता कि ये कब तक चलेगा। हमारे पास रहने के लिए भी जगह नहीं है।”