Asha Bhosle: महान पार्श्व गायिका आशा भोसले 92 साल की हो गई हैं, भारतीय संगीत के इतिहास में उनका आठ दशक से भी लंबा सफर बेमिसाल रहा है। उन्होंने 20 से ज्यादा भाषाओं में 12 हजार से ज्यादा गीत गाए हैं और भारतीय सिनेमा की सबसे लोकप्रिय आवाजों में खास जगह बनाई है।
आशा भोसले का जन्म 1933 में महाराष्ट्र के सांगली में हुआ। उन्होंने 10 साल की उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था। शुरू में उनकी तुलना बड़ी बहन और प्रतिष्ठित गायिका लता मंगेशकर से की जाती थी, लेकिन जल्द ही आशा ने अनूठी शैली विकसित कर ली।
अलग-अलग शैलियों और संगीत के बदलते रुझानों के साथ तालमेल बिठाने की उनकी क्षमता अद्भुत रही है। आशा भोसले बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं। उन्होंने फिल्मी गीतों, शास्त्रीय रचनाओं, गजलों, भजनों, पॉप गानों और यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ भी सहजता से तालमेल बिठाया है।
उनके मशहूर गीतों को कई पीढ़ियों के प्रमुख अभिनेताओं पर फिल्माया गया है। मीना कुमारी और वहीदा रहमान से लेकर श्रीदेवी और उर्मिला मातोंडकर तक। ये दशकों तक प्रासंगिक बने रहने की उनकी बेजोड़ क्षमता का नतीजा है।
उनके कुछ सबसे लोकप्रिय गीतों में फिल्म कारवां का “पिया तू अब तो आजा”, हरे रामा रहे कृष्णा का “दम मारो दम”, यादों की बारात का “चुरा लिया है तुमने जो दिल को”, उमराव जान का “इन आंखों की मस्ती के”, मेरा साया का “झुमका गिरा रे”, किस्मत का “आओ हुजूर तुमको”, जेवेल थीफ का “रात अकेली है”, और डॉन का “ये मेरा दिल” शामिल हैं।।
उनकी आवाज में अलग-अलग भावों और शैलियों के ये गाने किसी भी रचना में जान डाल देते हैं। आशा भोसले का विवाह मशहूर संगीतकार आर.डी. बर्मन से हुआ।वे बॉलीवुड के सबसे प्रयोगधर्मी और पसंदीदा संगीतकारों में एक थे। दोनों ने अद्भुत रचनात्मक जोड़ी बनाई और 1970 और 80 के दशक में कई हिट गीत दिए।
दोनों आवाज के साथ प्रयोग करते थे। मौजूदा शैली से अलग हटकर रचनाएं करते थे। उनके प्रयोग भारतीय फिल्म संगीत के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बन गए। संगीत में उनका योगदान बॉलीवुड से कहीं आगे तक था। उन्होंने गैर-फिल्मी एल्बम जारी किए, जिसकी समीक्षकों ने भूरि-भूरि तारीफ की। आशा भोसले ने वैश्विक कलाकारों के साथ भी सुर मिलाए।