Delhi Rain: यमुना का जलस्तर घटने के संकेत, लेकिन कई इलाके अब भी जलमग्न

Delhi Rain: दिल्ली में शुक्रवार को यमुना नदी का जलस्तर कम होने के संकेत मिले, हालांकि कई इलाके अब भी जलमग्न हैं। वहीं सरकार ने बताया कि हालात पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जा रही है और दावा किया कि स्थिति जल्द ही सामान्य होगी। पुराने रेलवे पुल स्थित मुख्य बाढ़ पूर्वानुमान केंद्र पर रात आठ बजे नदी का जलस्तर 207.05 मीटर दर्ज किया गया।एक दिन पहले, यहां यमुना नदी का जलस्तर इस मौसम के अपने उच्चतम स्तर 207.48 मीटर पर पहुंच गया था।

पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार, शाम छह बजे जलस्तर 207.12 मीटर और शाम पांच बजे 207.16 मीटर दर्ज किया गया था। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, मौजूदा संकेत बताते हैं कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर कम होता रहेगा। आयोग ने बताया कि शनिवार सुबह आठ बजे जलस्तर 206.4 मीटर पर पहुंचने की उम्मीद है और उसके बाद भी इसमें गिरावट जारी रहने की संभावना है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नदी के जलस्तर में कमी के संकेत मिलने के बाद कहा कि स्थिति जल्द ही सामान्य होने की संभावना है।

उन्होंने कहा, “फिर भी, सरकार प्रभावित लोगों की सहायता के लिए पूरी तरह से तत्पर है।” रेखा गुप्ता ने स्थिति का आकलन करने के लिए संभागीय आयुक्त नीरज सेमवाल और सभी 11 राजस्व जिलों के जिलाधिकारियों के साथ ऑनलाइन एक समीक्षा बैठक की। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश वर्मा ने शुक्रवार को सिविल लाइंस इलाके में यमुना नदी का पानी घुसने के दावों का खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि यह स्थिति नदी में बाढ़ आने से नहीं, बल्कि बारिश के कारण जलभराव का नतीजा है।

प्रवेश वर्मा ने स्थिति का जायजा लेने के लिए निगम बोध घाट, मोनास्ट्री मार्केट और आसपास के इलाकों का दौरा करते हुए पत्रकारों से कहा, “यह केवल बारिश के कारण हुआ जलभराव है। सिविल लाइंस इलाके में सड़कों के किनारे नालों के मुख्य द्वार एहतियातन बंद कर दिए गए हैं, ताकि यमुना नदी का पानी सड़कों पर न आए।”

मंत्री ने कहा “यमुना और सिविल लाइंस क्षेत्र के बीच एक चौड़ी स्लिप रोड है, जो रिंग रोड से लगभग 10 फुट नीचे है। उस स्लिप रोड पर जलभराव है, जिसे हम पंप से निकालने की कोशिश कर रहे हैं और शाम तक इसके साफ हो जाने की संभावना है।”
प्रवेश वर्मा के साथ लोक निर्माण विभाग और सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।

प्रवेश वर्मा ने मोनास्ट्री मार्केट, यमुना बाजार, विजय घाट, कुदसिया घाट और ऐसे ही अन्य इलाकों में बाढ़ की समस्या पर कहा कि इसका समाधान निकालना होगा, क्योंकि ये डूब क्षेत्र में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क में एक राहत शिविर का दौरा किया और कहा कि बाढ़ पीड़ितों ने उन्हें बताया कि शिविरों में भोजन और पीने का पानी नहीं है और लोग बरसात के मौसम में खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने बाद में एक बयान जारी बताया कि दिन में तीन से चार बार भोजन वितरित किया जा रहा है और राहत शिविरों के पास शौचालय, स्वच्छ पेयजल और अन्य आवश्यक सेवाएं जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। बयान में बताया गया कि पूर्वी दिल्ली में 7,200 लोग प्रभावित हुए हैं और क्षेत्र में सात राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 5,200 लोग प्रभावित हुए हैं और अधिकारियों ने 13 राहत शिविर स्थापित किए हैं। दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में 4,200 लोग प्रभावित हुए हैं और आठ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। उत्तरी दिल्ली में 1,350 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और उन्हें छह राहत शिविरों में ठहराया गया है। शाहदरा जिले में 30 लोग प्रभावित हुए हैं और एक राहत शिविर स्थापित किया गया है।

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