Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश की वजह से भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ गई, इससे चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 1,300 से ज्यादा सड़कें बंद हो गईं। स्थानीय मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और किन्नौर जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं ऊना और बिलासपुर जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
कुल्लू के ढालपुर में बारिश के बाद एक मकान ढहने से मलबे में दबेे एक पुरुष और एक महिला को बचाया गया। हालांकि घायल महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। शिमला, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में कोचिंग सेंटर और नर्सिंग संस्थानों सहित सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थानों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक मानसून सीजन शुरू होने के बाद से बारिश से जुड़े हादसों और सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम 340 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 41 लोग लापता हैं। हिमाचल प्रदेश में 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से, राज्य में 95 बार अचानक बाढ़, 45 बार बादल फटने और 121 बड़े भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस मानसून सीजन में अब तक राज्य को 3,523 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि “पिछले 24 घंटों में पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय रहा है। इसके चलते कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है और मौसम की अगर बात करें तो तीन सितंबर को प्रदेश की जो मैदानी डिस्ट्रिक्ट हैं, मध्यवर्ती की डिस्ट्रिक्ट हैं यहां पे बहुत से क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश का जो ये दौर है जारी रहेगा।
इसी दौरान ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर यहां पर एक-दो स्थानों में हेवी रेनफॉल का येलो अलर्ट है जो हमारी डिस्ट्रिक्ट हैं कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, यहां पर ऑरेंज कैटेगरी का हैवी रेनफॉल का अलर्ट है और डिस्ट्रिक्ट सिरमौर है वहां पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ फ्लैश फ्लड आ सकते हैं। इसको देखते हुए डिस्ट्रिक्ट किन्नौर के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है।”
इसके साथ ही कहा कि “चार तारीख से सात तारीख तक प्रदेश में जो मध्यवर्ती डिस्ट्रिक्ट हैं सोलन और सिरमौर, यहां पे हल्की से माध्यम बारिश जारी रहेगी। एस सच चार तारीख से हैवी रेनफॉल का अलर्ट नहीं है। आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में सामान्य से 42 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। इसमें सबसे अधिकतम जो बारिश है वो डिस्ट्रिक्ट शिमला में है, जहां सामान्य से 107% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। केवल एक डिस्ट्रिक्ट है लाहौल-स्पीती, जहां सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। बाकी जितनी भी डिस्ट्रिक्ट हैं वहां या तो सामान्य या सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।”