Jammu: जम्मू में लगातार बारिश के कारण चिनाब नदी उफान पर है। इससे अखनूर सेक्टर में हालात और बिगड़ गए हैं, गरखल क्षेत्र के फतहू कोटली गांव में बाढ़ के पानी में कई घर डूब गए। इससे निवासियों को अपने सामान और पशुओं को ऊंची जगहों पर लेकर जाना पड़ा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव में भारी तबाही मची है और ज्यादातर घर बह गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने फतहू कोटली में फंसे लोगों को बचाने के लिए पुलिस, आपदा प्रतिक्रिया बलों और स्थानीय गोताखोरों से भी सहायता मांगी।
बचावकर्मियों ने शिकायत की कि अभियान खत्म होने के बाद अधिकारी उनका हाल चाल तक नहीं पूछते। हालांकि, तेज बहाव के कारण गोताखोर आगे नहीं बढ़ सके और कई असफल प्रयासों के बाद फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए बीएसएफ के एक हेलीकॉप्टर को रेस्क्यू ऑपरेश में लगाना पड़ा।
बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से लगातार बारिश के बावजूद फंसे हुए गांव से 45 नागरिकों को सफलतापूर्वक सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए तीन उड़ानें भरीं।
राहुल सिंह, स्थानीय निवासी “ये हमारी फत्गु कोटली है गुर्जरों की बस्ती है। ये कम से कम 50 घर थे। पक्के मकान थे और इधर से बह गए हैं। कम से कम तीन चार मकान रह गए हैं वो ऊपर हैं। उनके ऊपर 35-40 बंदे हैं। उनके गायें भी उधर ही हैं और बंदे भी उधर ही हैं।
स्थानीय निवासी महंत देवराज शर्मा ने बताया कि “काफी नुकसान हुआ है यहां पर। धान वगैरह भी काफी नुकसान हुआ है। लोगों के जानवर वगैरह भी बह गए हैं। जाना तो है ही इधर होगा क्योंकि लोग वहाँ फंसे हुए हैं। पहले भी दो चार दिन फ्लड आया था। काफी बंदे निकाले हैं हमने 10 बंदे को बचाया था – हमें 2-3 बार गए थे दिन को। आज रात को पानी का स्तर अचानक बढ़ गया। एसपी साहब भी आए हैं। उन्होंने हमें बुलाया है और हम फिर जाएंगे।
ग्रामीण एसपी ब्रिजेश शर्मा ने कहा कि “हमने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात कीं और स्थानीय गोताखोरों को भी बुलाया लेकिन पानी का बहाव इतना तेज़ था कि हम उसमें नावें नहीं चला सकते थे।
हमने अपने वरिष्ठों के माध्यम से इस मामले को नागरिक प्रशासन तक पहुंचाया। बारिश लगातार हो रही थी, लेकिन जब यह कम हुई, तो हमारा बचाव अभियान शुरू हुआ। जैसा कि आपने अभी देखा, हेलीकॉप्टर ने फंसे हुए लोगों को एयरलिफ्ट किया है। सभी फंसे हुए लोगों को बचा लिया गया है।