Uttarakhand: उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी, ऊंची चोटियों पर बर्फबारी

Uttarakhand: मौसम विभाग ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और आसपास के इलाकों में अगले 24 घंटों के भीतर भारी बारिश की संभावना जताई है। इसको देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र ने अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश से नदियों और नालों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने का खतरा है। साथ ही, पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की आशंका भी बनी हुई है।

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बिना जरूरत घरों से बाहर न निकलें और नदी-नालों के किनारे जाने से बचें। आपदा प्रबंधन टीमें सतर्क हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। स्थानीय निवासियों को मोबाइल संदेशों और प्रसारण माध्यमों से लगातार मौसम संबंधी जानकारी दी जा रही है, ताकि समय रहते सुरक्षा के उपाय किए जा सकें।

मौसम विज्ञान विभाग की ओर से इन जिलों में कई दौर की भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना जताई है। वहीं शेष जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट रहेगा। मौसम विज्ञानी रोहित थपलियाल के मुताबिक रेड और ऑरेंज अलर्ट वाले सभी जिलों में आने वाले दिनों में बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। सोमवार को भी पहाड़ से लेकर मैदान तक कई दौर की बारिश देखने को मिली। वहीं, देहरादून और हरिद्वार को छोड़कर गढ़वाल और कुमाऊं के अन्य सभी जिलों में आज स्कूल बंद रखे गए हैं

उत्तराखंड में लगातार भारी बारिश से हालात चिंताजनक हैं। लगातार भारी बारिश के बीच यूपीसीएल हाई अलर्ट पर है। सभी जगहों पर डिजास्टर रिस्पांस टीमें तैनात की गई हैं। आम आदमी से भी इस दौरान बिली के खंभों, लाइनों से दूर रहने की अपील की जा रही है। यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने भारी वर्षा एवं प्रतिकूल मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए सभी फील्ड स्टाफ को उच्च सतर्कता मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।

टोल फ्री नंबर 1912 
एमडी ने उपभोक्ताओं से भी सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि प्रतिकूल मौसम की स्थिति में विशेष सावधानी बरतें। टूटे या गिरे हुए बिजली के तारों और पोल से दूर रहें। विद्युत दुर्घटना या अवरोध की सूचना तुरंत यूपीसीएल टोल फ्री नंबर 1912 अथवा नजदीकी बिजली घर पर दें। गीले हाथों से विद्युत उपकरणों का प्रयोग न करें। गिरे हुए पोल या तारों को स्वयं छूने या हटाने का प्रयास न करें।

ऊंची चोटियों पर बर्फबारी

चमोली जिले में देर शाम बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों के साथ ही हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, नंदा घुंघटी, रुद्रनाथ की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई, जिससे मौसम में ठंडक आ गई है। जिले के निचले क्षेत्रों में भी मौसम ठंडक भरा रहा। शाम तक ठंड बढ़ने से लोगों ने गरम कपड़े निकाल दिए। चमोली जिले के तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई है।

मलबा आने से 384 सड़कें बंद

बारिश के बाद मलबा आने से प्रदेश में 384 सड़कें बंद हो गई हैं। उत्तरकाशी जिले में सबसे अधिक 70, टिहरी में 31, चमोली में 51, रुद्रप्रयाग में 39, पौड़ी में 39, देहरादून में 48, हरिद्वार में एक, पिथौरागढ़ में 28, चंपावत में तीन, अल्मोड़ा में 38, बागेश्ववर में 10, नैनीताल में 25 और ऊधमसिंह नगर में एक सड़क बंद हैं।

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