Gujarat: गुजरात में सूरत के महिधरपुरा में मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी अनोखा होता है। गणेश प्रतिमा को सोने, चांदी और कई बेशकीमती पत्थरों से सजाया जाता है। भगवान गणेश की ये मूर्ति राज्य की सबसे धनी मूर्ति मानी जाती है। भगवान गणेश की प्रतिमा को 25 किलो से ज्यादा सोने और चांदी के गहनों से सजाया जाता है। इनमें करोड़ों रुपयों के हीरे लगे होते हैं।
गुरुवार को गणेश प्रतिमा शहर की सड़कों पर घुमाई गई। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने जुलूस में हिस्सा लिया। भगवान गणेश की मूर्ति 1972 में स्थापित की गई थी। गणपति के दर्शन के लिए न सिर्फ गुजरात, बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी श्रद्धालु आते हैं। मूर्ति को भक्तों के दान किए गए गहनों और कीमती पत्थरों से सजाया जाता है।
गणेश उत्सव समिति के आयोजक हार्दिक पटेल ने बताया कि “यहां सूरत में 53 साल से गणपति का ऐसे ही आगमन करते हैं। हमारे यहां गणपति में सोने और चांदी के आभूषण पहनाएं जाते हैं, जिसमें बाजूबंद है, हाथ और पैर के दाहिने में डायमंड के हार है और उसके साथ सवा किलो डायमंड के गअपति जी की छोटी मूर्ति है। पांच किलो चांदी का मूषक है हमारा और हमारे यहां काफी धार्मिक तरीके से मनाया जाता है गणेश उत्सव।”
इसके साथ ही आयोजक गौरव जरीवाला ने कहा कि “नगर यात्रा निकल चुका है और जैसा कि आप देख रहे हो कि हजारों की संख्या में लोग यहां पर नगर यात्रा में जुड़ गए है। इस बार हमारे गणेश जी के पंडाल की जो थीम है, वो संपूर्ण स्वदेशी अभियान यानी लोकल फॉर वोकल की थीम है।”