PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत और जापान के बीच होने वाले 15वें शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए टोेक्यो पहुंच चुके है टोक्यो हानेडा हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. बता दें, पीएम मोदी जापान के लिए रवाना हुए थे. जापान में इकनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत निवेश के लिए सबसे बेहतर है.
भारत और जापान अहम साझेदार हैं और आगे चलकर ये और गहरी होगीं. उन्होंने कहा कि जापान की यात्रा बेहद सुखद रही है. पिछले 11 साल में भारत मे कई बदलाव देखने को मिले हैं. भारत की अर्थव्यवस्था काफी तेजी से बढ़ रही है. भारत जल्द ही तीसरी अर्थव्यवस्था वाला देश बनने जा रहा है. विश्व ने हमारी नीतियों की सराहना की है. न्यूक्लियर एनर्जी के क्षेत्र को भी खोल रहे हैं.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में पूंजी सिर्फ बढ़ती ही नहीं, बल्कि कई गुना बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि भारत के कैपिटल बाजार से अच्छे रिटर्न मिल रहे हैं. ग्रीन एनर्जी सेक्टर में हम लोग मिलकर काम करें. उन्होंने कहा कि ऑटो सेक्टर में हमारी साझेदारी काफी महत्वपूर्ण और अहम है. टोक्यो पहुंचने पर भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया.
वहां के एक प्रवासी भारतीय ने कहा कि मैं मुंबई, महाराष्ट्र से हूं और पिछले 6 वर्षों से जापान में रह रहा हूं. हम प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के लिए बहुत उत्साहित हैं. एक अन्य भारतीय प्रवासी ने कहा कि मैं वाराणसी, उत्तर प्रदेश से हूं और मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी जापान आए हैं. हमें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.
वहीं एयरपोर्ट पर एक जापानी कलाकार ने कहा कि मैं अपने छात्रों के साथ प्रधानमंत्री मोदी का हिंदी में स्वागत करुंगी. ‘पधारो म्हारे देस’…मैं 2020 से हिंदी सीख रही हूं. एक दूसरे जापानी कलाकार ने कहा कि मैं एक कुटियाट्टम कलाकार हूं, जो केरल का पारंपरिक संस्कृत रंगमंच है. मैं 30 से अधिक वर्षों से कुटियाट्टम का अभ्यास कर रहा हूं. हम यहां प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने आए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह लगभग सात वर्षों में देश की उनकी पहली स्वतंत्र यात्रा है, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करना और जापान के साथ विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को आगे बढ़ाना है. यह यात्रा जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के निमंत्रण पर हो रही है. शिखर सम्मेलन के दौरान, पीएम मोदी अपने जापानी समकक्ष के साथ गहन वार्ता करेंगे, विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा करेंगे और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.