Ganesh Chaturthi: गणेश चतुर्थी पर देश भर के मंदिरों और पंडालों में भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। मुंबई में लालबाग की गणेश गली के प्रसिद्ध मुंबई चा राजा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
चमकदार बैकग्राउंड के बीच स्थापित भगवान गणेश की ये विशाल प्रतिमा हजारों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। आयोजक इस बार पंडाल के 98वें वर्ष का जश्न मना रहे हैं ऐसे में इस बार की थीम को रामेश्वरम मंदिर की एक आकर्षक प्रतिकृति रूप में पेश किया गया है। मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में भी हजारों श्रद्धालु अटूट आस्था के साथ भगवान गणेश की पहली आरती में शामिल हुए।
मुंबई में लालबाग चा पंडाल अपनी भव्य सुंदरता और विशाल आकार की वजह से सबसे ज्यादा चर्चा में रहता है और बुधवार को यहां 10 दिन के गणेश उत्सव की शुरुआत के पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और गणपति के दर्शन किए। राजस्थान के जयपुर में ऐतिहासिक मोती डूंगरी गणेश मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, भगवान गणेश की एक झलक पाने के लिए भोर से ही श्रद्धालु लाइनों में खड़े होकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करते दिखे।
यहां ऐसे भी कई श्रद्धालु दिखे जो इस पावन अवसर पर हर साल भगवान गणेश के दर्शन और उनके आशीर्वाद के लिए पहुंचते हैं। राजस्थान के जयपुर में अरावली पहाड़ियों की चोटी पर, नाहरगढ़ और जयगढ़ किलों के बीच स्थित गढ़ गणेश मंदिर में भगवान गणेश की बिना सूंड वाले शिशु के रूप में एक दुर्लभ मूर्ति स्थापित है, जिसे पुरुषाकृति गणेश के नाम से जाना जाता है।
यहां मंदिर से पहाड़ी की तलहटी तक श्रद्धालुओं की लगी लंबी लाइन ऐतिहासिक मंदिर की लोकप्रियता और उत्साह को दिखाती है। इस उत्सव को लेकर मंदिर प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए विशेष तैयारी की हैं। गणेश चतुर्थी के अवसर पर असम के गुवाहाटी में प्रसिद्ध गणेशगुड़ी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग लाइनें लगवाईं और परिसर के अंदर घुटन से बचने के लिए इस साल अगरबत्ती जलाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया।
मुंबई से लेकर जयपुर और गुवाहाटी तक पूरा माहौल भक्तिमय दिखा। मंदिरों में लगते जयकारे और मंत्रोच्चार इस पावन उत्सव में उत्साह का संचार करते दिखे। श्रद्धालुओ का कहना है कि “गणेश जी में मेरी संपूर्ण आस्था है। जैसा कि सब जानते हैं कि भगवान श्री गणेश अत्यंत पूजनीय हैं। तो हमारे लिए उनके दर्शन के लिए बहुत उत्साह था। सुबह जल्दी आए, दर्शन किए।
“बहुत अच्छा लगा, गणेश जी के सुबह बहुत ही अच्छे दर्शन हुए। गणेश चतुर्थी का पावन पर्व है। गणेश जी का जन्मदिन बहुत ही उत्साह के साथ सब मना रहे हैं। गणेश जी के मंदिर में भीड़ जमा है, गर बुधवार को ही भीड़ रहती है लेकिन आज कुछ विशेष है। आज सब मिलकर गणेश जी की जन्मोत्सव को मनाकर हम सब खुश हैं और बोलो गणेश जी महाराज की जय।”
श्रद्धालु “बहुत बढ़िया लगा, बहुत प्यारे दर्शन हुए। बहुत तगड़ा नेचर हैं, सुबह-सुबह, मेरे तो ये मानना है कि सुबह-सुबह सबको ही आना चाहिए और बहुत बढ़िया अच्छा लगा। नेचर भी बढ़िया लगा यहां का और दर्शन भी बहुत प्यारे हुए हैं, मैंनेजमेंट भी बहुत बढ़िया कर रखा है।”
पंडाल व्यवस्थापक दीपक ने बताया कि “सुबह पांच बजे से मंदिर के द्वारा खोल दिए थे और भक्तों की भीड़ एक दम लगी हुई है, मैंनेजमेंट ने काफी अच्छा करा हुआ है। हमने लाइन ऐसी लगाई है ताकि कोई भी महिला को तकलीफ न हो। महिलाओं की अलग है, पुरुषों की अलग लाइन है, सारे एक दम बाबा का अच्छे दर्शन कर रहे हैं और प्रसाद चढ़ा रहे हैं ताकि मंदिर में थोड़ी सी सफोकेशन न हो इसीलिए हमने अबकी बार हमने मंदिर में दीया और अगरबत्ती जलाने का प्रोविजन नहीं रखा है।”