Bahraich: बच्चे और पति को बचाने के लिए महिलाओं ने मगरमच्छों से लड़ाई लड़ी

Bahraich: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दो महिलाओं ने अलग-अलग घटनाओं में मगरमच्छों से बहादुरी से मुकाबला किया, एक ने अपने छोटे बेटे को बचाया, दूसरी ने अपने पति को। पहली घटना खैरीघाट के ढकिया गांव में हुई, एक मगरमच्छ ने घाघरा नदी के पास से गुजर रहे पांच साल के बच्चे वीरू को पकड़ लिया। बहराइच के प्रभागीय वनाधिकारी राम सिंह यादव ने पुष्टि की कि बच्चे को चोटें आई हैं, लेकिन अब उसकी हालत स्थिर है।

अधिकारी ने कहा, “मगरमच्छ को पकड़ने के लिए नाले में तीन जगहों पर जाल लगाए गए हैं, लेकिन वह अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। लोगों को जलाशयों के पास न जाने के लिए जागरूक किया जा रहा है क्योंकि मानसून के दौरान मगरमच्छ नहरों और झरनों में चले जाते हैं।”

दूसरी घटना मोतीपुर के माधवपुर गांव में हुई। सैफू अपनी पत्नी सुरजना और साली के साथ रमतलिया नहर पार कर रहे थे, तभी एक मगरमच्छ ने उन पर हमला कर दिया और उनके पैर को पकड़ लिया। सैफू के चिल्लाने पर सुरजना ने अपनी साड़ी पानी में फेंक दी, जिसे पकड़कर सैफू ने खुद को संभाला। इसी बीच, ग्रामीण लाठी लेकर दौड़ पड़े और तब तक पीटते रहे, जब तक उसने सैफू को छोड़ नहीं दिया।

सैफू का पहले स्थानीय अस्पताल में इलाज किया गया और बाद में बहराइच मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया, जहां डॉक्टर उसकी हालत पर नज़र रख रहे हैं। कतर्निया घाट वन्यजीव प्रभाग के वन अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण नदियों और नहरों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे मगरमच्छ आबादी वाले इलाकों के करीब पहुंच गए हैं।

मगरमच्छों को पकड़ने के लिए टीमें तैनात कर दी गई हैं और बचाव अभियान जारी है। एक अधिकारी ने बताया कि लोगों को नहरों और नदियों के पास जाने से बचने की सख्त सलाह दी गई है।

मां पूजा देवी ने कहा कि “उधर से अचानक आकर अटैक मगरमच्छ ने कर दिया। हम सब वहां पर ही थे। जैसे ही चिल्ला रहा था, पहले हम दौड़े, तब मेरा हसबैंड दौड़ा है। सब कोई बहुत तेजी से चिल्ला रहा था, तब गांवों वाले वहां आये। हां..थोड़ा बहुत कोशिश तो किए, पर हमसे नहीं हुआ तब सब कोई मेरा आवाज सुना तब सब कोई आये।”

घायल बच्चा वीरू ने बताया कि “मगरमच्छ मुझे पानी में घसीट ले गया। फिर मेरी मां, पिताजी और गांव वाले आ गए। सबने मुझे फंसा हुआ देखा। मुझे अस्पताल ले जाया गया। मेरे पैर में कई जगह चोटें आई हैं।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *