Apna Ghar: केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने खास “अपना घर” शुरू किया है, इसका मकसद सड़क सुरक्षा बढ़ाना और देश भर में लंबी दूरी की यात्रा करने वाले ट्रक ड्राइवरों की बेहतर सेहत सुनिश्चित करना है। इस पहल के तहत तेल कंपनियों ने राजमार्गों पर खास आराम घर विकसित किए हैं, जहां ट्रक ड्राइवर और लंबी यात्रा करने वाले दूसरे लोग ब्रेक ले सकें और आराम कर सकें, लंबी यात्रा के दौरान एक मोबाइल ऐप के जरिये आराम घर में सीट बुक किया जा सकता है।
ड्राइवरों को सिर्फ 112 रुपये में आठ घंटे तक आराम करने की जगह मिल जाती है। यहां साफ बिस्तर, उचित सफाई, खाना पकाने की जगह, कपड़े धोने जैसी कई सुविधाएं उपलब्ध हैं। लंबी यात्रा के दौरान ताजगी के लिए ये जरूरी हैं। लोगों का मानना है कि ड्राइवर तरोताजा हो तो राजमार्गों पर चलने वाले दूसरे यात्री भी सुरक्षित रहते हैं, पेट्रोल स्टेशन के पास अपना घरों में 10 से 30 बिस्तर उपलब्ध हैं।
ट्रक ड्राइवरों का कहना है कि यह पहल उनके लिए राहत भरी है। अपना घर उनके लिए सुरक्षित और भरोसेमंद जगह होंगे, फिलहाल देश भर के राजमार्गों पर 368 अपना घर बनाए गए हैं, मंत्रालय की योजना है कि 2027 तक ऐसी हजारों सुविधाएं बनाई जाएं।
इंडियन ऑयल के बिजनेस मैनेजर विकास यादव ने कहा कि “अपना घर की जो पहल है, वो भारत सरकार के द्वारा की जा रही है। और हजार अपना घर एस्टैबलिश करने की भारत सरकार की जो पहल है, उसी में हमारा ये है। और जो फर्स्ट ऑफ अपना घर लगाए गए हैं, ये उसमें एक है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर 63 किलोमीटर पर यह हमारा अपना घर स्थित है। अपना घर की जो बुकिंग है, वो एक ऐप है, जिसके थ्रू अपना घर पे ड्राइवर्स हमारे बुक कर सकते हैं। इसमें ड्राइवर सेंट्रिक सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं।”
सुपरवाइजर दीपक शर्मा ने बताया कि “अगर वह अपना घर 112 रुपये में बुक किया है, तो उसको आने के बाद यहां लेटने की व्यवस्था, बेड वगैरह की व्यवस्था है। यहां टॉयलेट की भी व्यवस्था है। हम लोग उसको एक अच्छी सुविधा के अनुसार हौदा भी देते हैं नहाने के लिए। वो सेल्फ कुकिंग भी कर सकता है। जैसे, नहाने के बाद वो कपड़े वगैरह धोना चाहे तो हमने वॉशिंग मशीन प्रोवाइड किया है। उसमें कपड़े धोए, सुखाए और आराम करके आराम से निकल सकता है।”
ड्राइवर “यहां पर अब काफी सुविधा है, तो यहां पर आते हैं हम। बढ़िया सुविधा है। खाने की, पीने की, सोने की, कपड़ा धोने की अच्छी सुविधा है। यहां पे बहुत परेशानी होती थी। कोई सुविधा नहीं थी, हाथ से खाना बनाना पड़ता था। कपड़े धोने के लिए कोई सुविधा नहीं थी। अब पूरी सुविधा है यहां पे। बहुत अच्छा लगता है यहां पर आने के बाद में।”
“अपना घर में बहुत अच्छी सुविधा है। नहाने के लिए, रेस्ट करने के लिए, शाम को या रात को कभी भी आ जाओ। रेस्ट कीजिए और सुबह होते ही, शांति अच्छी तरह मिल जाए, फिर चले जाइए। इसमें आप खाना भी बना सकते हो। फिर यहां पे ढाबा भी है। उसमें आप सस्ते रेटों में खाना खा सकते हो। कपड़ा धोने के लिए, नहाने के लिए खूब अच्छी सुविधा है। कोई इशू नहीं है। बहुत बढ़िया।”
“अभी तक जैसे मान लो, रेस्ट हो गया। हमारे को रेस्ट की जरूरत है। थकावट हो गई है। तो बंदा आराम से बेड के ऊपर रेस्ट कर सकता है। मान लो फ्यूल की जरूरत है तो उसी जगह से फ्यूल भी ले सकता है। और जैसे मेंटेनेंस की जरूरत है। तो अपनी गाड़ी का काम भी करवा सकता है।”