Prayagraj: गंगा और यमुना नदियां लगातार उफान पर हैं, कई इलाकों में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। इससे उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हर तरफ पानी ही पानी दिख रहा है।
प्रयागराज में करेली जैसे निचले इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यहां लगभग 200 घर पानी में डूब गए हैं। कई लोग अपने घर और सामान छोड़कर या तो ऊपरी मंजिलों पर चले गए हैं या फिर उन्होंने सुरक्षित इलाकों का रुख कर लिया है।
नदियों में लगातार बढ़ता पानी लोगों की चिंता भी बढ़ा रहा है। वे आरोप लगा रहे हैं कि हालात बिगड़ते जा रहे हैं लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई मदद अब तक नहीं मिली है।
अगले चार दिनों में गंगा और यमुना का जल स्तर और बढ़ने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील की है।
नफीस, निवासी, प्रयागराज “यहां सारे मकान डूब चुके हैं और लोग बहुत परेशान हैं। छोड़-छोड़ के जा रहे हैं। यहां चोरी का भी बहुत डर होता है। और रात में घर खुले रहेंगे तो यहां आते हैं लोग। चोरी भी कर सकते हैं। हम लोग बहुत परेशान हैं।
अभी लगभग 100 मकान जो हैं, इस समय डूब चुके हैं। बाकी सब लोग घर छोड़ के जा रहे हैं। जिसका डबल मंजिल है, वो सामान ऊपर चला गया है। जो सिंगल है, वो बहुत परेशान हैं।”
मोहम्मद नईम, निवासी, प्रयागराज “आज सुबह तो बहुत तेजी के साथ बढ़ा। एक घंटे में समझ लीजिए ढाई फुट पानी बढ़ा। हम लोगों का घर डूबा हुआ है। हम लोग जो है, बड़ी मुश्किलों का सामना करते हुए जा रहे हैं। सामान अपना निकाल रहे हैं पानी में घुस-घुस के।
फैजल, निवासी, प्रयागराज “यहां पे पानी बहुत ज्यादा है। अब बताईये क्या करा जाए? प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिली है। घर में बच्चों को, सारा सामान नुकसान हो रहा है। यहां हम लोग क्या करें? अभी पानी बढ़ने की और उम्मीद है। कुछ भी कोई सहायता नहीं मिल रही है हम लोगों को।”