Haridwar: 11 से 23 जुलाई के बीच हुई कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों शिव भक्त कांवड़िए पवित्र गंगा जल लेने के लिए उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंचे, अब सालाना कांवड़ यात्रा खत्म होने के बाद शहर उस हजारों मीट्रिक टन कचरे से जूझ रहा है जो कांवड़िए छोड़ गए हैं। शहर के लोग और हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं की शिकायत है कि गंगा के तट, सड़कें और यहां तक कि शहर की ओर जाने वाले हाईवे पर हर तरफ गंदगी दिख रही है, कई लोगों का कहना है कि पूजा के पवित्र स्थलों को बेहतर रखरखाव की जरूरत है।
जिला प्रशासन का कहना है कि वह पहले से ही कचरा हटाने के काम में लगा हुआ है, साथ ही वो भरोसा दिला रहा है कि जल्द ही पूरा कचरा हटा लिया जाएगा और हरिद्वार फिर से साफ-सुथरा नजर आएगा। कांवड़ यात्रा के दौरान देश भर से लाखों कांवड़िए और श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे, कांवड़िए पवित्र गंगा जल कलशों में इकट्ठा कर उसे अपने गृहनगर ले जाते हैं और शिव मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ाते हैं।
श्रद्धालुओं का कहना है कि “थोड़ा सा प्रशासन को देखना चाहिए इसके बारे में ना, थोड़ा साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए और जितनी भी यहां गंदगी है और लोग यहां पान-बीड़ी-गुटखे खा रहे हैं, जो मान-मर्यादा भंग कर रहे हैं उनके बारे में थोड़ा सा सोचना चाहिए क्योंकि ये देखो एक सामाजिक स्थल है और इसके बारे में अगर थोड़ा सा जागरुक किया जाए तो अच्छा होगा क्योंकि ये यहां एक स्थल है जहां स्नान और जो भी पूजा-पाठ करनी होती है, उसके बारे में मैं ये बोलूंगा कि थोड़ी साफ-सफाई का बहुत ज्यादा ध्यान रखना चाहिए।”
“गंदगी तो बिल्कुल होना नहीं चाहिए क्योंकि गंदगी से आदमी का ये फैलता है इसलिए थोड़ा साफ-सफाई यहां के प्रशासन का कर्तव्य है कि गंगा नदी में साफ-सफाई होना चाहिए क्योंकि शरीर के लिए भी बहुत खराब है। गंदगी मेन आदमी लोग ही करता है मतलब सफाई जो कल हो रहा था, हमने देखा कि सफाई अच्छे से हुआ, गंदगी ज्यादा हो गया इसलिए थोड़ा दिक्कत लगता है। यही बस है, बाकी अच्छा लगा बहुत अच्छा लगा आकर यहां पर।”
नंदन कुमार, नगर आयुक्त, हरिद्वार “लास्ट में जो कूड़ा बचा है वो हम सफाई करा रहे हैं। कल एक्चुअली कल रात में ही हमारे सारे घाट क्लियर हो गए थे। एक विष्णु घाट और बिरला घाट में थोड़ा कूड़ा पड़ा है अदरवाइज ऑलमोस्ट सारे घाट क्लियर हैं। आज का जो हमारा लक्ष्य है वो यही है कि जो हमारे मेन पार्किंग एरिया जहां पर शॉप्स लगती हैं, जहां पर एक्सेसेबल भी नहीं होता है कई बार, वहां पर आज पूरा दिन लगके हम साफ करेंगें।”