Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र के दूसरे ही दिन विपक्षी दलों के हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार से जवाब की मांग करते हुए जोरदार नारेबाजी की, जिसके चलते सदन में कोई ठोस कामकाज नहीं हो सका।
विपक्षी सांसदों ने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कथित मध्यस्थता वाले बयान को लेकर प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की। कांग्रेस सहित कई दलों के नेताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया और सत्ता पक्ष सिर्फ अपनी बात रखना चाहता है।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों में विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। लोकसभा में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को बोलने का मौका न मिलने को लेकर भी विवाद हुआ। बीजेपी की ओर से दावा किया गया कि राहुल गांधी को बोलने के लिए समय दिया गया था, लेकिन वह समय पर सदन में नहीं पहुंचे। संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजू ने पहले दिन ही इस तरह के व्यवधान पर नाराजगी जताई और कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा को तैयार है, लेकिन सदन को बाधित करना संसदीय मर्यादा के खिलाफ है, उन्होंने विपक्ष से सहयोग की अपील की।
लगातार हंगामे और गतिरोध को देखते हुए लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि क्या अगले सत्र में कोई सार्थक चर्चा हो सकेगी या गतिरोध और बढ़ेगा। संसद के इस सत्र में “ऑपरेशन सिंदूर” पर भी विस्तृत चर्चा प्रस्तावित है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।