Haridwar: हरिद्वार में कांवड़ मेले की रौनक दिख रही है, शाम होते ही हर तरफ से भगवान शिव की अलग-अलग अंदाज वाली खूबसूरत झांकियां शहर की ओर बढ़ती दिखाई देती हैं।
श्रद्धा और भक्ति से भरे कांवड़िए बताते हैं कि वे इस कामना के साथ कांवड़ लेकर निकालते हैं कि भोले बाबा उनके गांवों को सुख, शांति और समृद्धि से भर दें।
कांवड़िया “भोले बाबा से गांव में हमारे में सुख-शांति रहे, हर चीज का सुविधा रहे। बाबा से कृपा रहे कि हर गांव में अंदर हर चीज की सुविधा रहे। हमारा प्रेम बढ़ा रहे गांव के अंदर सुख-शांति सबसे बड़ी बनी रहे।”
“बस भाई भोले मन में इच्छा थी कांवर के साथ में आने की बस वो ही कर रहे हैं और हर साल ही करेंगे, भोले बाबा जो चाहेंगे वो हो जाएगा कुदरत में हुई तो नहीं तो कोई बात नहीं है। भोले बाबा के यहां हम हर साल ही आएंगे हम। छोड़ थोड़ी देंगे ना होगा ना सही।”
भगवान शिव को समर्पित भव्य रूप से सजाई गई झांकियों के साथ भक्ति से भरे कांवड़िए नाचते-गाते हुए श्रद्धालुओं के बीच से गुजरते हैं।
कई कावंडियों का कहना है कि इन झांकियों को खास अंदाज में तैयार कराना आसान नहीं है क्योंकि इस पर खर्च भी काफी आता है। हालांकि वे कहते हैं कि उनके लिए भगवान शिव की आस्था और उनकी पूजा सबसे बड़ी है।
हिंदू महीने सावन के दौरान हर साल लाखों कांवड़िए गंगा नदी से पवित्र जल लेने के लिए हरिद्वार और दूसरे पवित्र शहरों में पहुंचते हैं, कलश में जल लेकर कांवड़िए अपने-अपने गृहनगर जाते हैं और शिव मंदिरों में शिवलिंग पर चढ़ाते हैं।