New Delhi: दक्षिण दिल्ली में एक शख्स को संपत्ति खरीदने के लिए 40 लाख रुपये की नकदी की व्यवस्था करने का दावा करने वाले धोखेबाजों के एक गिरोह को नकली नोटों के बंडलों के साथ गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि उन्होंने इग्नू रोड के पास सैदुलाजाब में एक फ्लैट पर छापा मारा, क्योंकि पीड़ित ने आरोप लगाया था कि उसे 40 लाख रुपये नकद दिए गए थे, जिन पर भारतीय रिजर्व बैंक के बजाय “मनोरंजन बैंक ऑफ इंडिया” लिखा हुआ था।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अंकित चौहान ने बताया, “अभियान के दौरान पुलिस ने 1.25 करोड़ रुपये के नकली नोट, 7.5 लाख रुपये नकद, बैंक खाते में जमा 4.5 लाख रुपये, नकदी गिनने की मशीन और अपराध में प्रयोग किया गया एक मोबाइल फोन बरामद किया।”
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह उन लोगों को निशाना बनाता था जो बड़ी मात्रा में नकदी चाहते थे। सीआर पार्क पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले के सिलसिले में निखिल श्रीवास्तव (24), प्रिंसपाल (20), परवेज अख्तर (43) और असगर खान उर्फ बंटी (39) को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि 6 जुलाई को एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि उसके साथ 40 लाख रुपये की ठगी हुई है। उसने बताया कि उसने संपत्ति खरीदने के इरादे से यह रकम जुटाई थी और कुछ लोगों से मिला, जिन्होंने दावा किया कि अगर वह अपने बैंक खाते से रकम ट्रांसफर कर दे, तो उसे कैश मिल जाएगा।
दिल्ली पुलिस उपायुक्त दक्षिण जिला अंकित चौहान ने बताया कि “दक्षिणी दिल्ली पुलिस ने बड़ा ही अच्छा केस वर्कआउट किया है। इसमें लोगों से धोखा करके उन्हें नकली नोट पकड़ाए जाते हैं। एक पूरा गैंग ऑपरेट कर रहा है जिसने कई जगहों पर ऐसी घटनाएं की हैं। वे पहले क्या करते हैं कि वो पहले लोगों को भरोसे में लेते हैं कि आप बैंक टू बैंक ट्रांसफर में पैसा दीजिए और हम उसका तीन गुना आपको कैश देंगे।
तो पहले यह किराएदार बनकर आते हैं और अच्छे पॉश एरिया में रेंट पर घर लेते हैं और फिर वहां पर एक बक्सा रखते हैं और उस बक्से में बहुत बड़ा कैश अमाउंट दिखाते हैं।उसमें सारा नोट नकली होता है, बस एक लेयर ऊपर की असली होती है। उनको पहले लाकर भरोसे में लेते हैं कि हमारे पास इतना कैश है और फिर अगले दिन उनको दोबारा बुलाया जाता है जब अकाउंट एड कर लेते हैं वो।
उसके बाद उनको भरोसे में लेकर के वो रकम स्वैप कर लेते हैं और इस बहाने में वो उनको एक का तीन करने मतलब एक करोड़ रुपये के तीन करोड़ रुपये देंगे और फिर उन्हें नकली बैग पकड़ाकर, ऊपर असली नोट और अंदर नकली नोट पकड़ाकर वापस भेज देते हैं लोग”