Controllers Conference: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में ‘कंट्रोलर कॉन्फ्रेंस-2025’ का उद्घाटन किया, इस तीन दिवसीय सम्मेलन की मेजबानी रक्षा लेखा विभाग (डीएडी) कर रहा है।
कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा, “आज हमारे डिफेंस सेक्टर की ओर दुनिया की निगाहें हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे सेना के जवानों ने जो शौर्य दिखाया है, जो हमने घरेलू उपकरणों की क्षमता का प्रदर्शन किया है उसके बाद हमारे स्वदेशी उत्पादों की ग्लोबल डिमांड बढ़ रही है।”
रक्षा मंत्रालय की ओर जारी बयान में कहा गया है कि इस सम्मेलन में आठ उच्च-स्तरीय व्यावसायिक सत्र (मनन सत्र) आयोजित किए जाएंगे, जिनमें बजट और लेखा सुधार, आंतरिक लेखा परीक्षा पुनर्गठन, सहयोगात्मक अनुसंधान, मूल्य निर्धारण नवाचार और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा।
इसमें कहा गया है, “ये सत्र प्रतिस्पर्धी और आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग के लिए रणनीतिक समर्थन के साथ राजकोषीय प्रबंधन को संतुलित करने में एकीकृत वित्तीय सलाहकारों (आईएफए) की उभरती भूमिका का पता लगाएंगे।”
पेंशन के लिए समर्पित 1.7 लाख करोड़ रुपये सहित 26.8 लाख करोड़ रुपये के रक्षा बजट का प्रबंधन करते हुए, रक्षा विभाग पेरोल, पेंशन संवितरण, लेखा परीक्षा, खरीद मूल्य निर्धारण और रणनीतिक वित्तीय सलाह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
बयान में कहा गया है कि पिछले नियंत्रक सम्मेलन के बाद से, रक्षा विभाग ने 206 संपर्क कार्यक्रम आयोजित किए हैं और पूरे भारत में 200 से अधिक सेवा केंद्र स्थापित किए हैं।
इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा कि “हमारे डिफेंस सेक्टर की ओर दुनिया की निगाहें हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो शौर्य दिखाया है हमारे सेना के जवानों ने, जो हमने घरेलू उपकरणों की क्षमता का प्रदर्शन किया है उसके बाद हमारे स्वदेशी उत्पादों की ग्लोबल डिमांड बढ़ रही है।”