Delhi Purana Qila: राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक पुराने किले में मौजूद कृत्रिम झील में करीब नौ साल बाद एक बार फिर से चहल-पहल दिखने लगी है। प्रशासन ने जीर्ण-शीर्ण हो चुकी इस कृत्रिम झील को पुनर्जीवित कर दिया है और अब लोग एक बार फिर यहां पर वीकेंड में नाव की सवारी का आनंद ले रहे हैं और इस ऐतिहासिक किले की प्राचीन दीवारों को निहार रहे हैं और कुछ लोग तो अपनी पुरानी यादों को भी सजो रहे हैं।
हालांकि कुछ लोगों ने उन जगहों की ओर भी ध्यान दिलाया जहां अभी भी काम करने की बहुत जरूरत है, जैसे कूड़ेदानों की व्यवस्था, स्वच्छ जल उपलब्ध कराना और शौचालय सुविधाओं को बढ़ाने पर ध्यान देना अधिकारियों के मुताबिक, बोटिंग को अभी परीक्षण के ही लिए खोला गया है इसे एक सितंबर से जनता के लिए पूरी तरह खोल दिया जाएगा। बोटिंग कर रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यहां तैनात कर्मचारियों को आपात स्थितियों से निपटने के लिए पेशेवर रूप से प्रशिक्षित किया गया है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने सभ्यता फाउंडेशन के साथ एक एमओयू साइन किया है, जो अगस्त 2016 में निलंबित होने के बाद से इस परियोजना की देखरेख कर रहा है। फिलहाल यहां पर बोटिंग की शुरुआत होने से लोगों को परिवार के साथ अपनी छुट्टी बिताने का एक अच्छा अवसर मिलेगा और लोग एतिहासिक विरासत को भी देख और समझ भी पाएंगे।
लोगों का कहना है कि “एक्सपीरिएंस बहुत अच्छा है। जब मैं लास्ट टाइम यहां पर आया था तब मैं कॉलेज में था। बहुत समय बाद, मैं अपने परिवार और अपने बच्चे के साथ वापस आया हूं, इसलिए वाकई बहुत अच्छा लग रहा है। मैं अभी अपना बचपन जी रहा हूं। जब मैं अपनी बेटी की उम्र का था, तब भी हम आया करते थे आखिर दिल्लीवासी हैं तो यहां तो आना होगा ही। अब उस एज में मेरी बेटी है अब आ रहे हैं तो लग रहा है जैसे हम अपना बचपन फिर से जी रहे हैं।”
“यह एक शानदार अनुभव था, दरअसल यह मेरा दिल्ली में पहली बार बोटिंग करने का अनुभव था और मुझे यह बहुत पसंद आया। यह अद्भुत था और दृश्य भी बहुत सुंदर थे। इसलिए ये एक बहुत अच्छा अनुभव था।”
“यह एक बहुत ही बढ़िया अनुभव था, पावर बोटिंग इसे और भी मजेदार बना रही है और खुद स्टीयरिंग संभालना आपको ऐसा महसूस करा रहा है कि आप काम कर रहे हैं। कभी-कभी हम ब्रेक ले सकते हैं और यह एक बहुत ही बढ़िया अनुभव था, नाव को चलाना आसान था और आपूर्ति भी अच्छी थी। मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं क्योंकि यह एक ऐतिहासिक घटना की तरह लग रहा है क्योंकि यह पुरानी दिल्ली में दस साल बाद हो रहा है।”
“काफी अच्छा है यहां पर लाइक हाइजीन भी है और काफी अच्छे से मेंटेन भी कर रखा है लाइक क्राउड कम है यहां पर अभी क्योंकि अभी स्टार्ट ही हुआ है। तो जैसे-जैसे बढ़ेगा क्राउड और आएगी और ये और अच्छा हो जाएगा मुझे लगता है।
इसके साथ ही नाव संचालन प्रबंधक ऋषिकेश चौधरी ने कहा कि “सर यह अभी 30 जून को हमने लास्ट इसका ट्रायल बेसिस पर स्टार्ट किया इसको। कमर्शियल ट्रायल है ताकि जो पब्लिक आ रही हैं उनको क्या चीजों की कमी लग रही है? क्या चीजें चाहिए? तो ये जो एक सितंबर आई थिंक वो अच्छे से ग्रैंड ओपनिंग होगा। तो दो महीने में हमें काफी टाइम ये बंद होने के कारण ये पब्लिक का रिव्यू क्या है? वो क्या अपेक्षाएं रखते हैं हमारे से? उनको क्या-क्या चीजें चाहिए? तो इस बेस पर चल रहा है अभी।”