Varanasi: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में लगातार भारी बारिश से गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, मानसून के रफ्तार पकड़ने से नदी के किनारे बने घाट और छोटे मंदिर पानी में डूब गए हैं। जल स्तर हर घंटे बढ़ता जा रहा है, इससे नदी के किनारे रहने वाले लोगों और शहर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है।
नाव संचालकों को उफनती नदी में हादसों को रोकने के लिए जीवन रक्षक जैकेट पहनना अनिवार्य करने और नाव में कम सवारी बिठाने समेत सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया है, गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन सभी जरूरी इंतजाम कर रहा है, इमरजेंसी रिस्पांस टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर भारत में मानसून के तेजी पकड़ने के साथ ही वाराणसी में लोगों और शहर पहुंच रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी हादसे को रोकने के लिए अधिकारी हालात पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
नाव संचालकों का कहना है कि “गंगा का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ रहा है, सुबह से अभी तक देखे तो चार फीट तक बढ़ गया है और गंगा का बहाव देख ही रहे है कितना तेज है इस वजह से हम लोग को प्रशासन द्वारा काम किया जा रहा है, जो गाइडलाइन दिया गया है, उसके द्वारा हम यात्रियों को लाइफ जैकेट सब पहना कर नाव चला रहे है। सुबह नाव चलता है वही पांच बजे से चालू हो जाता है, शाम को आठ बजे तक नाव बंद हो जाता है”
नाव संचालक “प्रशासन बहुत टाइट है भैया हमलोग के उपर बहुत टाइट कर रहा है कि ग्राहक लोग को जैकेट पहनाइए हम लोग उसी लिए जैकेट पहना रहे है। जितने लोग का लाइसेंस है, उससे कम ही बिठा रहे हैं सवारी।”
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि “वर्तामान में स्थिति समान्य है, पिछले दिनों जो पिछले एक हफ्ते से बारिश हो रही है, उससे जल स्तर थोड़ा बढ़ रहा है लेकिन अभी तक समान्य स्थिति पर है। इसको लेकर जो बाकी तैयारियों की जो बैठक होती है, विगत दो महिनें लगातार सभी तरह की बैठकें की गई है। उसकी तैयारियां हो गई है, तो इस बात के लिए बैलिस्टिक प्लान होता है वो सभी चीजें ऑन ट्रेक है और जैैसे ही जलस्तर बढेगा तो उसके लिए सतत दृष्टि बनाई गयी है जब कभी भी आवश्कता पड़ेगी ,उस हिसाब से इमरजेंसी रिस्पॉन्स चालू किया जाएगा।”