Rain Alert: मौसम विभाग ने पूरे उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिसके चलते प्रशासन ने लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को नदी के किनारों से दूर रहने की चेतावनी दी है।
कर्णप्रयाग के एसडीएम सोहन रांगर ने बताया कि उन्होंने नदी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए आश्रय गृहों की व्यवस्था की है। अधिकारियों ने बताया कि बादल फटने से हुए भूस्खलन ने उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक होटल के निर्माण में लगे श्रमिकों के आश्रयों को नष्ट कर दिया।
भूस्खलन के समय शिविर स्थल पर 29 मजदूर थे, जिससे राजमार्ग का करीब 10 मीटर हिस्सा बह गया। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि उनमें से 20 को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि नौ लापता हैं।
पुलिस ने बताया कि भूस्खलन वाले स्थान से करीब 18 किलोमीटर दूर तिलाड़ी शहीद स्मारक के पास यमुना नदी के किनारे से दो लापता मजदूरों के शव बरामद किए गए।
बताया जा रहा है कि मजदूर नेपाली मूल के हैं। जिला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य ने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान घटनास्थल पर खोज और बचाव अभियान चला रहे हैं।
उन्होंने बताया कि भूस्खलन के मलबे के कारण राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है, यमुनोत्री से लौट रहे तीर्थयात्रियों को राजमार्ग अवरुद्ध होने के कारण सुरक्षित स्थानों पर रहने को कहा गया है।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि एहतियाती कदम के तौर पर चारधाम यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है और सोमवार को मार्गों पर मौसम की स्थिति की समीक्षा के बाद आगे की यात्रा पर निर्णय लिया जाएगा।
एसडीएम कर्णप्रयाग सोहन रांगर ने कहा कि “जैसे की पूरे उत्तराखंड में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है, इसी क्रम में हमारा जो चमोली जिला है पहले से ही संवेदनशील है। भूस्खलन की दृष्टि से, बाढ़ की दृष्टि से, नदी की उफान की दृष्टि से उसी क्रम में हम कर्णप्रयाग संगम पर जो हमारी तहसील है हमारा जो थाना है हमारा जो नगरपालिका है, बार-बार जैसे ही वर्षा का मौसम आता है और तेज वर्षा की सूचना भी देते हैं।”