Sonbhadra: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में सलखन जीवाश्म पार्क को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में शामिल किया गया है, 25 हेक्टेयर में फैले इस पार्क में कुछ सबसे पुराने स्ट्रोमेटोलाइट्स हैं। सूक्ष्मजीवों द्वारा निर्मित प्राचीन स्तरित चट्टान संरचनाएं हैं, जो चट्टानों पर स्थित हैं, इनसे पृथ्वी पर जीवन के संकेतों के कुछ सबसे शुरुआती सबूत मिलते हैं।
अधिकारी इस जानकारी से बेहद खुश हैं और यदि इसे यूनेस्को से अंतिम मंजूरी मिल जाती है तो ये इस क्षेत्र में पर्यटन के लिए एक बड़े बदलाव का कारण बन सकता है।
पार्क को लेकर लोगों के बढ़ते आकर्षण के बीच यहां पर सोनभद्र और देश भर से पर्यटक बड़ी संख्या में आ रहे हैं, जो दुर्लभ जीवाश्मों के बारे में जानना चाहते हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे 1400 मिलियन वर्ष पुराने हैं।
जिले के अधिकारियों का कहना है कि वे सलखन जीवाश्म पार्क को यूनेस्को की नजर में लाने के लिए एक साल से अधिक समय से काम कर रहे हैं और अब उनके प्रयास आखिरकार रंग ला रहे हैं, स्थायी सूची में शामिल करने के लिए साइट का आकलन करने के लिए यूनेस्को की एक टीम जल्द ही सोनभद्र का दौरा करेगी।
जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह ने कहा कि “सलखन सोनभद्र में स्थित जो पार्क है वो पृथ्वी की उत्पत्ति के बाद से जो जीवों का जैविक विकास हुआ, उसके संबंध में बहुत सी चीजें स्पष्ट करता है। यूनेस्को ने इसको अपनी संभावित सूची में डाला है और अगर ये हेरिटेज साइट के रूप में हो जाता है तो सोनभद्र के विकास को और यहां के लोगों और पर्यटकों को बहुत ही अच्छा, उपयोगी, ये कार्य होगा।”
पर्यटकों का कहना है कि “बहुत अच्छा लगा मुझे, मैं तो भूल गया था कि सोनभद्र में बहुत सी अच्छी जगह है सलखन में। सलखन से दो-तीन किलोमीटर अंदर में है और बहुत ही अच्छी जगह है, जो पढ़ने वाले बच्चे हैं, उनके लिए बहुत अच्छी जगह है।”
“इसके आकार देखकर लग रहा है कि बहुत ही पुराना है। अभी तक वैज्ञानिक इसको जान नहीं पाए हैं कि क्या है ये और बहुत लोग आते हैं, घूमते, रिसर्च करते हैं।”