Van Mahotsav: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वाकांक्षी पहल वन महोत्सव का आयोजन 1 से 7 जुलाई तक होगा। प्रदेश के वन व वन्यजीव विभाग की ओर से वन महोत्सव के दौरान पूरे प्रदेश में रिकार्ड 35 करोड़ पौधों का रोपण किया जाएगा, जो पूरे देश में सर्वाधिक है। इस संबंध में वन व वन्यजीव विभाग ने सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं, कई विभागों के समन्वयन से निर्धारित लक्ष्य 52.33 करोड पौधों की सैपलिंग का एकत्रीकरण किया जा चुका है।
साथ ही 72,912 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण के लिए अग्रिम मृदा कार्य भी संपन्न हो चुका है। प्रदेश के वन व पर्यावरण मंत्री अरुण कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में मेरठ और गोरखपुर मण्डल के अलावा सभी मण्डलों की समीक्षा बैठक संपन्न हो चुकी है। जल्द ही पौधरोपण की तिथि तय होते ही प्रदेशव्यापी स्तर पर वन महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
पौधों की सैपलिंग-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश के वन एवं वन्यजीव विभाग ने 1 से 7 जुलाई के बीच वन महोत्सव के आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी यूपी ने पूरे देश में सर्वाधिक 35 करोड पौधों के रोपण का लक्ष्य तय किया गया है। वन महोत्सव आयोजन के नोडल अधिकारी विभाग के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक दीपक कुमार ने बताया कि वन महोत्सव को लेकर विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। वन विभाग ने विभिन्न विभागों के समन्वयन से निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक 52.33 करोड पौधों की सैपलिंग जिला एवं मण्डल स्तरों पर स्थित विभाग के मुख्यालयों में एकत्रित कर ली है।
जिसके तहत लगभग 47.2 करोड पौधों की सैपलिंग वन विभाग ने स्वंय, जबकि लगभग 1.55 करोड उद्यान विभाग, 0.33 करोड रेशम विभाग और 3.17 करोड़ निजी संस्थाओं के सहयोग से एकत्र कर ली है। जिसमें से 18.60 करोड़ पौध सागौन,शीशम आदि की जबकि 10.79 करोड़ आम,अमरूद जैसे फलदार वृक्ष और 5.75 करोड़ सहजन,नीम आदि औषधीय पेड़, 5.62 करोड़ सिरस,अमलतास जैसे सौन्दर्यीकरण के पौधे और 0.29 करोड़ पौधे पीपल,बरगद आदि के विशाल वृक्षों की सैपलिंग तैयार की जा चुकी है।
वन व पर्यावरण मंत्री की अध्यक्षता में मण्डलीय समीक्षा बैठकों का दौर जारी
वन महोत्सव आयोजन के नोडल अधिकारी ने बताया कि पौध रोपण के लिए प्रदेश स्तर पर अग्रिम मृदा कार्य भी समपन्न किया जा चुका है।जिसके लिए प्रदेश स्तर पर लगभग 8,439 स्थलों में अग्रिम मृदा कार्य किया जा चुका है। जिसके तहत लगभग 72,912 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण का कार्य किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वन महोत्सव की अवधि में रिकार्ड पौधरोपण कार्य के लिए विभाग के सभी मण्डल के अधिकारियों के समन्वयन से कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री अरूण कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में वन महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा के लिए क्रमिक रूप से मण्डलीय समीक्षा बैठक की जा रही है।
जिसके तहत लखनऊ, अयोध्या और देवी पाटन मण्डल की समीक्षा बैठक लखनऊ में सम्पन्न हुई। इसके पहले चित्रकूट, झांसी, मिर्जापुर, प्रयागराज और वाराणसी मण्डलों की बैठकें संपन्न हो चुकी हैं। मेरठ और गोरखपुर मण्डल की समीक्षा बैठक मण्डल मुख्यालय में वन मंत्री की अध्यक्षता में संपन्न होंगी।
नोडल अधिकारी ने बताया कि वन महोत्सव के सफल आयोजन के लिए विभाग के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में समाजिक संस्थाओं, एनजीओ, स्कूल-कॉलेज और स्वयं सेवी संगठनों से समन्वय स्थापित कर रहे हैं। साथ ही वन महोत्सव का व्यापक प्रचार-प्रसार कर प्रदेस में हरियाली संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक जन सहभागिता को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं।
अन्य मंडलों का लक्ष्य-
चित्रकूट | 2.76 करोड़ |
झांसी | 2.58 करोड़ |
मीरजापुर | 2.27 करोड़ |
अयोध्या | 2.20 करोड़ |
देवीपाटन | 1.95 करोड़ |
प्रयागराज | 1.89 करोड़ |
बरेली | 1.87 करोड़ |
वाराणसी | 1.78 करोड़ |
मुरादाबाद | 1.76 करोड़ |
आगरा | 1.74 करोड़ |
गोरखपुर | 1.43 करोड़ |
आजमगढ़ | 1.34 करोड़ |
अलीगढ़ | 1.20 करोड़ |
मेरठ | 1.14 करोड़ |
बस्ती | 1.08 करोड़ |
सहारनपुर | 88 लाख |