Bengaluru: बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के मामले में क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी और आरसीबी प्लेयर विराट कोहली के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई, ये शिकायत वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एच.एम. वेंकटेश ने दर्ज कराई है।
हालांकि, पुलिस सूत्रों ने बताया कि उनकी शिकायत पर अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। कोहली भी आरसीबी की विजेता टीम के सदस्य हैं, कोहली भी आरसीबी की टीम में हैं।
बेंगलुरु के 41वें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने आरसीबी के निखिल सोसले (मार्केटिंग और राजस्व प्रमुख) और डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के सुनील मैथ्यू (उपाध्यक्ष, व्यावसायिक मामले), किरण कुमार (वरिष्ठ इवेंट मैनेजर) और सुमंत (टिकटिंग संचालन प्रमुख) को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त सीमांत कुमार सिंह ने ‘पीटीआई वीडियो’ से बातचीत में पुष्टि की कि भगदड़ मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी की गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं। हमारी टीम मामले को बहुत गंभीरता से ले रही हैं और अंततः मामला सीआईडी के पास जाना है। इसलिए सीआईडी के पास जाने से पहले हमारी टीम द्वारा जो भी कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जानी हैं, वे कर रही हैं।’’ इस बीच, भगदड़ की घटना के एक पीड़ित की शिकायत के आधार पर आरसीबी, डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इससे पहले दिन में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हिरासत में लिए गए सोसले ने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया था। हालांकि, उन्हें तत्काल राहत नहीं मिली और मामले की सुनवाई नौ जून तक के लिए स्थगित कर दी गई। अपराध शाखा और बेंगलुरु पुलिस के संयुक्त अभियान में आरसीबी और इवेंट मैनेजमेंट के अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया।
मेडिकल जांच के बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने ये कार्रवाई पांच जून को आरसीबी, डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और केएससीए के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद की।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक को निर्देश दिया कि वे भगदड़ के लिए आरसीबी और डीएनए इवेंट मैनजमेंट कंपनी और केएससीए के प्रतिनिधियों को तुरंत गिरफ्तार करें, क्योंकि प्रथम दृष्टया उनकी ओर से ‘‘गैरजिम्मेदारी’’ और ‘‘लापरवाही’’ बरती गई है।
बता दें, चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य 33 लोग घायल हो गए। इस हादसे को लेकर सिद्दारमैया सरकार और आरसीबी दोनों ने ही 10-10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी।