Jammu: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार अमरनाथ तीर्थयात्रियों को सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने सुरक्षा बलों को बहुत ज्यादा सतर्कता बरतने और सालाना तीर्थयात्रा को बिना किसी रुकावट के कराने का निर्देश दिया।
शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और अमरनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए जम्मू में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद ये बात कही।
शाह ने एक्स पर लिखा, “अमरनाथ तीर्थयात्रा के लिए समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों की समीक्षा की। अत्यधिक सतर्कता बनाए रखने और पवित्र यात्रा को निर्बाध रूप से पूरा करने के निर्देश दिए।” केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा, सालाना अमरनाथ तीर्थयात्रा तीन जुलाई से शुरू होकर नौ अगस्त को खत्म होगी।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार शाम जम्मू पहुंचे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये केंद्र शासित प्रदेश की उनकी पहली यात्रा है।
केंद्रीय गृह मंत्री पुंछ का दौरा करेंगे और पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित लोगों से मिलेंगे। यहां सात से 10 मई तक सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी गोलाबारी एवं ड्रोन हमलों में कुल 28 लोगों की जान चली गई थी, उनमें 14 आम नागरिक थे।
अधिकारियों ने बताया कि शाह पुंछ जिले में धार्मिक स्थलों का दौरा करेंगे और बीएसएफ कर्मियों से मिलेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्र ने अमरनाथ यात्रा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 581 कंपनियों की तैनाती का आदेश दिया है, जिनमें लगभग 42,000 ऑन-ग्राउंड कर्मी शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि 424 कंपनियां केंद्र शासित प्रदेश में भेजी जा रही हैं, जबकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जम्मू-कश्मीर पहुंचीं 80 कंपनियों के अलावा बाकी कंपनियों को तीर्थयात्रा मार्ग, तीर्थयात्रियों और श्रीनगर सहित अन्य क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए “स्थानांतरित” किया जाएगा।