Monsoon: इस साल देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य से पहले पहुंचा है और लगातार आगे बढ़ रहा है, इसने भारत में कई जगहों पर दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के मुताबिकओडिशा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में मानसून पहुंच चुका है।
आईएमडी वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया कि “आज की डेट में आज मानसून ने कुछ और हिस्से एडवांस किए हैं इससे पहले जब मुंबई कवर कर चुका था। तो आज हमने थोड़ा तेलंगाना के हिस्से एंटायर आंध्र प्रदेश, साउथ छत्तीसगढ़ और कुछ हिस्से साउथ ओडिशा के हुए हैं। उसका कारण यही था आज भी जो मानसून करंट है वो बहुत ज्यादा फेवरेबल है और आप देख सकते हैं पूरा साउथ पेनिनसुलर इंडिया, दी सेंट्रल इंडिया और ऑरेंज अलर्ट या रेड अलर्ट से भरा हुआ है।”
आईएमडी वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया कि “स्टेट वाइज बात करें तो हमारा केरल के लिए आने वाले तीन दिन के लिए रेड अलर्ट है वहां हम 20 सेंटीमीटर से ज्यादा रेनफॉल उम्मीद कर रहे हैं। अगर हम उसके बाद कोस्टल कर्नाटक और साउथ इंटीरियर कर्नाटक के लिए हमारा ये अनुमान है कि दो दिन के लिए यहां एक्सट्रीमली हैवी रेनफॉल हो सकता है और बाकि जितने भी एडजॉइनिंग एरिया हैं वहां हैवी या वेरी हैवी रेनफॉल एक्टिविटी आने वाले तीन-चार दिन रहेगा।”
“एक बे ऑफ बंगाल में एक सिस्टम बना हुआ है जो आज की डेट में एक वेल मार्क लो प्रेशर एरिया है। उसका जो पोजीशन है वो नॉर्थ वेस्ट बे ऑफ बंगाल है तो हमारा ये अनुमान है ये कल तक डिप्रेशन बन सकता है, उसके प्रभाव से भी ये पूरा ईस्ट इंडिया और नॉर्थ ईस्टर्न स्टेट में भी रेनफॉल एक्टिविटी रहेगा उसके लिए हम एक्सपेक्ट कर रहे हैं कि ओडिशा के लिए या जीडब्ल्यूबी के लिए आने वाले दो से तीन दिन वेरी हैवी रेनफॉल एक्टिविटी हो सकती है।”
“एनसीआर दिल्ली की बात करें तो अभी नॉर्थ वेस्ट इंडिया को एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस इनफ्लुएंस कर रहा है, जो 70 डिग्री के पास है नियर्ली पाकिस्तान के ऊपर उसका प्रभाव है। उसके पीछे डब्ल्यूडी और आ रहा है। तो ये है की दिल्ली एनसीआर में आज तो कोई सिग्निफिकेंट वेदर नहीं है लेकिन कल और परसों लाइट रेनफॉल एक्टिविटी रहने का अनुमान है उसके साथ ही जोे हवाओं की गति है वो 30 से 50 किलोमीटर पर आवर्स जा सकती है। उसके बाद जैसे आज 28 है, 29 और 30 को उसके बाद 31 को भी हल्का फुल्का रेनफॉल कहीं ना कहीं हो सकता है।”
महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बारिश की वजह से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। मुंबई में कई जगहों पर पानी भरने से जगह-जगह यातायात जाम हो गया और लोगों को मंजित तक पहुंचने में देरी हुई। नासिक जिले में भी सड़कें जलमग्न हो गईं। यहां तक कि अंगूर के बाग भी पानी में डूब गए, क्योंकि बारिश का पानी बड़े पैमाने पर खेतों में भर गया है। मौसम विभाग ने केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। साथ ही आसपास के इलाकों में भारी बारिश का अनुमान जताया है।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के कारण हुई भारी बारिश के बाद कोलकाता में भी जलभराव की खबर है। साथ ही देश के पूर्वी और पूर्वोत्तर हिस्सों में बारिश की गतिविधियां बढ़ गई हैं। आईएमडी अधिकारियों के अनुसार अगले दो दिनों में उत्तर भारत में भी बारिश बढ़ने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ के आने से दिल्ली-एनसीआर में बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
मानसून के जल्दी आने से एक तरफ लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है, वहीं दूसरी तरफ भारी बारिश वाले इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। कई राज्य सरकारों ने अधिकारियों को सतर्क रहने और लगातार बारिश से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।