Delhi: बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में बैंक खातों से पैसे निकालने के लिए फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करके कई लोगों से करीब 20 लाख रुपये ठगने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान 25 साल के फरमान के रूप में हुई है, जो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से संबद्ध ‘सेफ सॉल्यूशन कस्टमर केयर’ नाम से एक ग्राहक सेवा केंद्र चलाता था। उन्होंने कहा कि आरोपी ने कथित तौर पर बायोमेट्रिक सिस्टम तक अपनी पहुंच का फायदा उठाया और पैसे जमा करने के बहाने पीड़ितों के फिंगरप्रिंट और बैंक की जानकारी इकट्ठा की।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी दिल्ली) सचिन शर्मा ने कहा, “पुलिस स्टेशन सुल्तानपुरी में PCR को एक कॉल रिसीव हुई।जिसमें पीड़ित के द्वारा आरोप लगाया जाता है कि मेरे साथ चीट किया गया है। तो उसको वर्कआउट करते हुए SHO सुल्तानपुरी और टीम ने एक आरोपी को पकड़ा, जिसका नाम फरमान अली है, उसके पिता का नाम पप्पू खान है और ये सुल्तानपुरी का रहने वाला है। ये कस्टमर सर्विस कैफे चलाता है एसबीआई का, एसबीआई बैंक के सामने बी ब्लॉक सुल्तानपुरी के सामने। इसका एम था कि ये लोगों के जिपोडिट के नाम पर पैसे लेता था और उनके पोर्टल में या अकाउंट नंबर में न जमा करके रख लेता था और ऐसे अगर किसी को पैसे निकालने होते तो उसमें फिंगरप्रिंट जरूरी होता है तो फिंगरप्रिंट लगवाकर अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता और आगे नहीं देता था। कहता था कि अभी मेरे पास नहीं है, दो या चार दिन के बाद लेकर जाइए।”
अब तक पुलिस को कम से कम 45 पीड़ितों की शिकायतें मिली हैं। ठगी गई कुल रकम 18 से 20 लाख रुपये के बीच होने का अनुमान है। अधिकारी ने बताया कि और पीड़ितों की पहचान करने और धोखाधड़ी के पूरे पैमाने का पता लगाने के लिए जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस आरोपी के किसी बड़े नेटवर्क से संभावित संबंधों की भी जांच कर रही है, जो इसी तरह के बायोमेट्रिक या बैंकिंग धोखाधड़ी में शामिल है। सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 316(5) (आपराधिक विश्वासघात) के तहत मामला दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार किया है।