Uttarakhand: उत्तराखंड में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर, राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस कदम की पुष्टि करते हुए कहा कि, “कोविड के कुछ मामले सामने आए हैं, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। SOP जारी कर दी गई है ताकि सभी अस्पतालों में संक्रमण की रोकथाम के उपाय सुनिश्चित किए जा सकें।”
हाल ही में, राज्य में एक महिला डॉक्टर सहित दो नए कोविड-19 मामले सामने आए हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय हैं। इससे पहले, स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक में कोविड-19 के नए वैरिएंट के बढ़ते प्रकोप को लेकर राज्य सरकार की तैयारियों की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है, और इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाएं और मानव संसाधन उपलब्ध हैं, जिसमें 5,893 ऑक्सीजन सपोर्टेड आइसोलेशन बेड, 1,204 आईसीयू बेड, 894 आईसीयू बेड मय वेंटिलेटर, 1,298 क्रियाशील वेंटिलेटर, 7,561 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, 15,950 ऑक्सीजन सिलेंडर, 93 क्रियाशील PSA प्लांट, 807 क्रियाशील LMO स्टोरेज टैंक और 3,161 पैरामेडिकल स्टॉफ की टीम शामिल है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को SOP के तहत कोविड-19 के मामलों की शीघ्र पहचान, उपचार और संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। साथ ही, सभी जिला अधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं ताकि किसी भी चुनौती से निपटने के लिए राज्य तैयार रहे।