Uttar Pradesh: फ्रांस की निवासी लिया ने हाल ही में वाराणसी के पांडेय घाट पर ध्यानमग्न होकर अपनी शिव भक्ति का अनूठा रूप प्रस्तुत किया। शिव के प्रति गहरी आस्था रखने वाली लिया ने इस धार्मिक नगरी में आकर ध्यान और रचनात्मकता के माध्यम से अपनी आध्यात्मिकता को अभिव्यक्त किया है।
लिया अपनी कला के माध्यम से भगवान शिव और अन्य आध्यात्मिक प्रतीकों की रचनाएँ बनाती हैं, जो उनकी आस्था और शांति की खोज को दर्शाती हैं। उनका मानना है कि कला और आस्था का संगम न केवल व्यक्तिगत शांति का कारण बनता है, बल्कि यह उनके आसपास के लोगों में भी शांति का संचार करता है।
पांडेय घाट, जो वाराणसी के प्रमुख घाटों में से एक है, पर लिया की उपस्थिति ने इस स्थान को और भी आध्यात्मिक बना दिया है। यह घाट न केवल धार्मिक अनुष्ठानों का केंद्र है, बल्कि यहाँ की शांति और वातावरण भी ध्यान और साधना के लिए उपयुक्त हैं। लिया की यह यात्रा और उनकी कला का प्रयास यह सिद्ध करता है कि आस्था और रचनात्मकता के माध्यम से व्यक्ति न केवल अपनी आंतरिक शांति प्राप्त कर सकता है, बल्कि समाज में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकता है।