Ghaziabad: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में झगड़े के बाद गाली-गलौज करने पर अपने दोस्त की हत्या करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीकरी कला गांव में रहने वाले उमाशंकर उर्फ उदल को आखिरी बार 27 अप्रैल को उसके कुछ दोस्तों के साथ देखा गया था। 20 मई को उसके भाई दुष्यंत कुमार ने पुलिस को बताया कि उसे सूचना मिली है कि उसके भाई की हत्या कर शव जंगल में फेंक दिया गया है।
जब पुलिस मौके पर पहुंची तो हेरिटेज स्कूल के पीछे एक कंकाल और जली हुई टी-शर्ट के टुकड़े मिले। इसके बाद जांच तेज हुई और दो दिन के भीतर ही 23 मई को पुलिस ने मुखबिर से सूचना मिलने पर पांचों आरोपियों को काजमपुर के जंगलों से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में नीरज सैनी, अजय उर्फ छिद्दा, पंकज सैनी, मनोज सैनी और गौरव सैनी उर्फ कालू शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि शराब के नशे में गाली-गलौज से नाराज होकर उन्होंने उमाशंकर की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव पर डीजल डालकर जला दिया।
ACP ज्ञान प्रकाश राय ने कहा, “उमाशंकर शर्मा सीकरी कलां के रहने वाले थे। दिनांक 27 अप्रैल 2025 को आखिरी बार देखा गया था, वो फ्लेक्स लगाने का काम करते थे, उनके साथी थे नीरज सैनी,पंकज सैनी, मनोज सैनी, गौरव सैनी, अजय नाम का व्यक्ति है, ये सब फ्लेक्स लगाने का काम करते हैं। इनका साथ में उठना-बैठना है, खाना-पीना है। 27 अप्रैल की शाम को भी ये नीरज सैनी, अजय और ये उमाशंकर शर्मा, ये लोग बैठकर खाया पीया, शराब भी पी ढाबे पर, बाद में इनके और तीन साथी जो हैं पंकज, मनोज, गौरव, ये भी आए वहां पे, इन्होंने वहां पर शराब पी और फिर वहां से उठकर के एकांत स्थान की तलाश में ये हेरिटेज कॉलेज के पीछे चले गए।”
जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि, “नशा ज्यादा हो गया था उसके बाद उमाशंकर शर्मा, इनकी कुछ कहा-सुनी हो गई बाकियों के साथ, हाथापाई भी हुई, इसके बाद जो अन्य इनके साथ पांच व्यक्ति थे जिनका नाम लिया मैंने, इन्होंने एक योजना बनाई मतलब उनकी हत्या करने की योजना बनाई और दो व्यक्तियों ने गमछे से इनका गला कस दिया और अन्य व्यक्ति इन्हें होल्ड किए रहे तथा तब तक गला कसा जब तक इनकी मृत्यु नहीं हो गई, हत्या करने के बाद इनके शव को वहीं जंगल में ही छोड़ दिया , उसके दो दिन बाद ये अभियुक्त पुन: वहां गए और उस पर डीजल डालकर , बॉडी की शिनाख्त न हो पाए या प्रमाण न मिल पाए इसलिए जला दिया, बाद में इसकी अस्थियां वगैरह को शायद अलग भी कर दिया है। इस संबंध में अभियोग पंजीकृत करके इन पांचों अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है, जो अस्थियां मिली थीं उनको डीएनए जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैब भेजा गया है।”