Bihar: बिहार के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) में इलाज करा रहे एक दिव्यांग मरीज ने दावा किया है कि सोते समय उसके दाहिने पैर की अंगुलियों को चूहों ने कुतर दिया, इस घटना के बाद राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पताल विवादों में आ गया है।
यह घटना एनएमसीएच के अस्थि रोग विभाग में हुई। मरीज के परिवार के सदस्यों ने जब अस्पताल प्रशासन को इसकी जानकारी दी, तो यह मामला सामने आया। अस्पताल में भर्ती दिव्यांग मरीज ने दावा किया है कि कि जब वे सो रहे थे, तब चूहों ने उनके दाहिने पैर की अंगुलियों को कुतर लिया, अवधेश कुमार का बायां पैर पहले ही काटा जा चुका है, वार्ड में तैनात सुरक्षाकर्मी ने भी माना कि अस्पताल परिसर के अंदर चूहों की भरमार है।
अस्पताल अधीक्षक ने भी इमारत में चूहों की मौजूदगी से इनकार नहीं किया, लेकिन उन्होंने कहा कि इस घटना से पहले ही उन्होंने कीट नियंत्रण उपायों के आदेश दे दिए थे।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पटना के एनएमसीएच में भर्ती दिव्यांग मरीज के पैर की अंगुलियों को चूहे ने कुतर दिया। इसी अस्पताल में बीते दिनों एक मृतक की आंख को चूहे ने कुतर दिया था, लेकिन अब तक कोई कारवाई नहीं हुई है।’’
आरजेडी नेता ने आरोप लगाया कि बिहार में स्वास्थ्य विभाग फिर से बदहाल है। उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने हमारे द्वारा 17 महीने के कार्यकाल में दिन-रात मेहनत कर सुधारी-संवारी गई स्वास्थ्य व्यवस्था को फिर से बदहाल कर दिया है। अब स्वास्थ्य विभाग फिर से दुर्गति के पथ पर है। जो विभाग अपने अस्पतालों में साफ-सफाई और सुरक्षा तक की व्यवस्था नहीं कर पाता, जहां स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार हो जाए वह मरीजों का क्या इलाज करेगा? मुख्यमंत्री को प्रेजेंटेशन दिखाकर बता दिया जाएगा कि मरीज की अंगुलियां चूहे ने नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये की अत्याधुनिक रोबोटिक मशीन द्वारा उसके ऑपरेशन के जरिये कुतरी गयी है।’’
नवंबर 2024 में, गोली लगने के कारण एनएमसीएच में एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया था। इसके कुछ ही घंटों बाद उसकी एक आंख गायब पाई गई थी। चिकित्सकों ने इसके लिए चूहों को जिम्मेदार ठहराया था, जबकि मृतक के परिवार वालों ने गड़बड़ी की आशंका जताई थी। मामले की जांच शुरू करने वाले राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने दो नर्सों को ‘‘लापरवाही’’ के लिए निलंबित कर दिया था।
पीड़ित अवधेश कुमार ने बताया कि “शनिवार की रात में बुखार आ गया, पानी चढ़ रहा था। 2-2:30 बजे तक जग रहा था। उसके बाद पेशाब करने उठे, देखें कि चूहा कुतर दिया था और ओकर बाद देखते हैं कि खून से सब भीगा हुआ था।” नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) के सुरक्षा गार्ड ने कहा कि “कोई-कोई चूहा आते रहता है जाते रहता है। चूहा का इतना बड़ा प्रकोप तो, इतना बड़ा वार्ड है तो एक-दो चूहा घूमता ही रहता है। गंदगी नहीं है, आप देखिए हमारे वार्ड में, पूरे सिस्टम से वार्ड चलता है।”
“एसी तो हमारे घर में भी काट दिया, एसी जो बात कर रहे हैं तो ये तो, चूहा का ये प्रकोप तो सभी जगह है। तो ये न हो तो पेस्ट कंट्रोल के लिए चला गया है कि पूरी बिल्डिंग में पेस्ट कंट्रोल किया जाए, सारी जगह जो है जो भी जाली, नाली, नाला जो अनकवर्ड भी है उसे कवर्ड किया जाए। नाली कवर्ड करने का तो मैं पिछले हफ्ता ही आदेश दे दी थी।”